कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी और पार्टी महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने प्रधानमंत्री मोदी पर तंज कसते हुए एक ट्वीट किया है और ट्वीट में उसी पोस्टर का इस्तेमाल किया है, जिसके लिए देश की राजधानी दिल्ली में पुलिस ने 25 लोगों को गिरफ्तार किया है।
कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने रविवार (16 मई) पीएम मोदी के खिलाफ पोस्टर को ट्विटर पर शेयर किया है और खुद को गिरफ्तार करने की चुनौती दी है। उन्होंने पोस्टर के साथ लिखा है, “मुझे भी गिरफ्तार करो।” पोस्टर में लिखा है, “मोदी जी हमारे बच्चों की वैक्सीन विदेश क्यों भेज दिया?”
वहीं, प्रियंका गांधी ने भी ट्विटर पर अपनी प्रोफाइल पिक्चर बदलकर यही पोस्टर लगा लिया। पोस्टर में लिखा है, “मोदी जी हमारे बच्चों की वैक्सीन विदेश क्यों भेज दिया?”
Arrest me too.
मुझे भी गिरफ़्तार करो। pic.twitter.com/eZWp2NYysZ
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) May 16, 2021
वहीं, राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के नेता व बिहार के पूर्व उप-मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने सोशल मीडिया पर इस पोस्टर को शेयर किया है। पोस्टर को शेयर करते हुए अपने ट्वीट में RJD नेता ने लिखा, “वाजिब सवाल का जवाब देना चाहिए, जवाब नहीं तो सवाल पूछने वालों को गिरफ़्तार करना चाहिए। करना चाहिए कि नहीं??”
वाजिब सवाल का जवाब देना चाहिए, जवाब नहीं तो सवाल पूछने वालों को गिरफ़्तार करना चाहिए। करना चाहिए कि नहीं?? pic.twitter.com/xQqdLyGNmG
— Tejashwi Yadav (@yadavtejashwi) May 16, 2021
बता दें कि, दिल्ली पुलिस ने कोरोना वायरस (कोविड-19) रोधी टीकाकरण अभियान के संबंध में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की आलोचनात्मक टिप्पणियों वाले पोस्टर कथित तौर पर चिपकाने के मामले में 25 प्राथमिकी दर्ज कीं और 25 लोगों को गिरफ्तार किया है। पोस्टर दिल्ली के कई इलाकों जैसे शाहदरा, रोहिणी, रिठाला, द्वारका और कई अन्य में पाए गए थे।
अधिकारियों ने शनिवार को बताया कि ये पोस्टर शहर के कई हिस्सों में लगाए गए। इनमें लिखा था, “मोदी जी हमारे बच्चों की वैक्सीन विदेश क्यों भेज दी?” उन्होंने बताया कि गुरुवार को पुलिस को पोस्टरों के बारे में सूचना मिली जिसके बाद वरिष्ठ अधिकारियों को सतर्क किया गया। शिकायतों के आधार पर दिल्ली पुलिस ने लोक सेवक द्वारा जारी आदेश की अवज्ञा करने से संबंधित भारतीय दंड संहिता की धारा 188 के तहत विभिन्न जिलों में 25 प्राथमिकी दर्ज कीं।
यह मामला सामने आने के बाद मोदी सरकार विपक्ष के साथ-साथ सोशल मीडिया यूजर्स के निशाने पर भी आ गई है, लोग जमकर इसकी आलोचना कर रहे हैं।