उत्तर प्रदेश में मुख्यमंत्री की रेस में ये 4 चेहरे हैं सबसे आगे

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राजनीतिक दृष्टि से देश के सबसे महत्वपूर्ण राज्य उत्तर प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी( भाजपा) का वनवास खत्म हो गया है। राज्य की सत्ता में धमाकेदार वापसी करते हुए भाजपा ने प्रचंड बहुमत लाकर नया इतिहास रच दिया है। साथ ही बिखरे विपक्ष को पार्टी ने जहां धूल चटा दी, वहीं इस आरोप को भी खारिज कर दिया कि नोटबंदी से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की लोकप्रियता में कमी आई है।

अब सवाल ये है कि बीजेपी का संभावित मुख्यमंत्री कौन होगा? हालांकि, इस सवाल का जवाब आज(12 मार्च) शाम तक मिल जाएगा। भाजपा की केंद्रीय संसदीय बोर्ड की आज होने वाली बैठक में उत्तर प्रदेश में मुख्यमंत्री पद के नाम तय किए जाएंगे। लेकिन राजनीतिक पंडितों ने अपने-अपने कयास लगाने शुरू कर दिए हैं। आइए जानते हैं सीएम के रेस में कौन सा चेहरा सबसे आगे चल रहा है।

राजनाथ सिंह

मुख्यमंत्री पद के दावेदारों में केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह का नाम सबसे आगे है। राजनाथ सिंह उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री रह चुके हैं और संगठन से लेकर राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ(आरएसएस) तक इनकी धमक जगजाहिर है। केंद्र में गृहमंत्री पद की अहम जिम्मेदारी और राष्ट्रीय राजनीति में पीएम मोदी के बाद सबसे अहम चेहरों में शुमार हो चुके राजनाथ के बारे में कहा जाता कि वह शायद ही यूपी के राजनीति में लौटना चाहें।

केशव प्रसाद मौर्य

पार्टी ओबीसी कार्ड को साबित करने के लिए बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष केशव प्रसाद मौर्य को यूपी में मुख्यमंत्री बना सकती है। 2014 के लोकसभा और 2017 के विधानसभा चुनावों में जीत के बाद पार्टी में केशव प्रसाद मौर्य के कद में गुणात्मक बढ़ोत्तरी देखने को मिली है। इसके अलावा सबसे बड़ी यह है कि यूपी में भाजपा लगातार ओबीसी मतदाताओं को टारगेट करती दिख रही है। ऐसी स्थिति में ओबीसी बिरादरी से आने वाले केशव की सीएम पद के लिए दावेदारी मजबूत होती दिखती है।

योगी आदित्यनाथ

पार्टी के फायर ब्रांड नेता और गोरखपुर से सांसद योगी आदित्यनाथ पर भी भाजपा दांव लगा सकती है। योगी आदित्यनाथ का नाम पूर्वांचल की राजनीति में अहम माना जाता है। उनकी इस छवि का इस्तेमाल पार्टी ने इस बार के विधानसभा चुनावों में भी जमकर किया। साथ ही उनका अब तक का राजनीतिक जीवन भी निष्कलंक रहा है।

मनोज सिन्हा

गाजीपुर से सांसद मनोज सिन्हा भी मुख्यमंत्री की रेस में हैं। उन्हें पीएम मोदी और राजनाथ सिंह का भरोसेमंद माना जाता है। सबसे बड़ी बात यह है कि ये पूर्वांचल से आते हैं। गौरतलब है कि इस बार पूर्वांचल पर पार्टी का सबसे ज्यादा फोकस रहा है। रेल राज्यमंत्री मनोज सिन्हा के काम की तारीफ पीएम मोदी हमेशा करते रहे हैं।

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

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