पंजाब के उपमुख्यमंत्री बोले- कैप्‍टन अमरिंदर सिंह की पाकिस्तानी महिला मित्र के ISI के साथ संबंधों की करेंगे जांच

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पंजाब के उपमुख्यमंत्री सुखजिंदर सिंह रंधावा ने पूर्व मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह की पाकिस्तानी महिला मित्र अरूसा आलम के आईएसआई लिंक का पता लगाने के लिए जांच शुरू करने का निर्णय लिया है।

अमरिंदर सिंह
फाइल फोटो: सोशल मीडिया

समाचार एजेंसी ANI के मुताबिक, सुखजिंदर सिंह रंधावा ने कहा कि, “वे (कैप्टन अमरिंदर सिंह) अब कह रहे हैं कि आईएसआई से खतरा है। हम इससे (आईएसआई) महिला के संबंध की जांच करेंगे। कैप्टन पिछले साढ़े चार साल से पाकिस्तान से आने वाले ड्रोन के मुद्दे को उठाते रहे।”

पंजाब के उपमुख्यमंत्री ने आगे कहा, “इसलिए कैप्टन ने पहले इस मुद्दे को उठाया और बाद में पंजाब में बीएसएफ को तैनात किया। हम डीजीपी से इस मामले की जांच करने के लिए कहेंगे।” पंजाब कांग्रेस की ओर से पूर्व सीएम कैप्‍टन अमरिंदर सिंह पर बोला गया यह सबसे तीखा हमला है

अरूसा आलम एक पाकिस्तानी पत्रकार हैं और उसका पंजाब में कैप्‍टन के घर पर नियमित रूप से आना-जाना रहा है। वह 2017 में अमरिंदर सिंह के शपथ ग्रहण समारोह में भी शामिल हुई थीं। अरूसा की अमरिंदर से मुलाकात उनकी वर्ष 2004 की पाकिस्‍तान यात्रा के दौरान हुई थी।

बता दें कि, रंधावा का बयान इसलिए महत्वपूर्ण है क्योंकि सिंह पंजाब में पाकिस्तान की ओर से सुरक्षा संबंधी खतरों का मुद्दा उठाते रहे हैं। यहां तक ​​कि उन्होंने अपने पूर्व कैबिनेट सहयोगी नवजोत सिंह सिद्धू को पाकिस्तानी प्रतिष्ठान से संबंध रखने का आरोप लगाते हुए भारत के लिए सुरक्षा के लिए खतरा करार दिया था।

बीते दिनों उन्होंने कहा था कि, पंजाब की सरकार का मतलब भारत की सुरक्षा है और अगर सिद्धू को मुख्यमंत्री पद के लिए कांग्रेस का चेहरा बनाया गया तो मैं उसके खिलाफ लड़ूंगा।

बता दें कि, अगले साल होने वाले विधानसभा चुनावों से पहले कांग्रेस की पंजाब इकाई के प्रमुख नवजोत सिंह सिद्धू के साथ लंबे मतभेद और प्रदेश कांग्रेस में अंदरुनी लड़ाई के बाद अमरिंदर ने पंजाब के मुख्यमंत्री पद से पिछले महीने इस्तीफा दे दिया था। पार्टी ने उनके स्थान पर चरणजीत सिंह चन्नी को नया मुख्यमंत्री बनाया है।

अमरिंदर सिंह ने मंगलवार को कहा कि वह जल्द ही अपने राजनीतिक दल के गठन की घोषणा करने जा रहे हैं। इसके साथ ही उन्होंने भाजपा के साथ गठबंधन की भी बात कही है मगर इसमें उनकी एक शर्त है। उन्होंने कहा कि, अगर किसान आंदोलन का समाधान किसानों के पक्ष में होता है तो भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के साथ सीटों को लेकर समझौता होने की उम्मीद जताई।

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