हिन्दुत्व समर्थक फेसबुक पेज के फर्जी वीडियो का भंडाफोड़, पंजाब में सांप्रदायिक तनाव पैदा करने की थी कोशिश

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फेसबुक पेज  ‘I Support Ahit Doval’ से सोशल मीडिया पर एक फर्जी वीडियो वायरल हुआ है जिसे प्रमुख दक्षिणपंथी हिंदुत्व समूह द्वारा फैलाया गया है। 25 जुलाई को अपलोड किए गए इस फर्जी वीडियो से पंजाब में सांप्रदायिक तनाव पैदा करने का प्रयास किया गया। वीडियो में दावा किया जा रहा था कि सखों के एक समूह ने कुछ मुस्लिमों का पीछा किया था, जो पाकिस्तान के समर्थक थे और बैठकों का आयोजन कर नारे लगा रहे थे।

इस फेसबुक पेज से वीडियो दिखाकर दावा किया गया कि जो कैप्शन बतौर लिखा गया था कि पंजाब के कुछ मुस्लिम धरना विरोध कर रहे थे और पाकिस्तान समर्थन में नारे लगा रहे थे तभी 2 सिखों को गुस्सा आ गया और अपनी तलवार निकाल ली। और उसके बाद सब अमन पसंद लोग अपनी जान बचाने के लिए इधर-उधर भागने लगे।

इस वीडियो को शेयर और लाइक करने की बात कहीं गई। तब से अब तक इस वीडियो को 3.2 लाख लोगों द्वारा देखा जा चुका है। जबकि वास्तव में यह वीडियो पंजाब से है और फेसबुक पेज  ‘I Support Ahit Doval’ ने इस वीडियो के बारें में झूठ बोलकर शांत पंजाब में सांप्रदायिक तनाव पैदा करने के लिए प्रचारित किया।

यह घटना जून में हुई थी जिसमें सिखों द्वारा मुसमानों का पीछा किया जाना पूरी तरह से झूठ है जबकि वह दो सिख शिवसेना के लोगों का पीछा कर रहे थे जो शांतिपूर्ण तरीके से चल रहे एक धरने में ‘खालिस्तान मुरादाबाद’ के नारे लगा रहे थे। हिंदुत्व समूह ने मुसलमानों द्वारा पाकिस्तान-समर्थक के तौर पर दिखाने वाली कथित बात पूरी तरह से झूठ साबित हुई जबकि सोशल मीडिया पर इस घटना की कवरेज के अन्य वीडियो मौजूद है। लेकिन हिंदुत्व समूह ने माहौल खराब करने के लिए इस वीडियो को फैलाया।

जबकि इस पेज पर कुछ और हालिया पोस्ट जो प्रकाशित हुई वो कुछ इस तरह प्रकार की है।

यह स्पष्ट नहीं है हुआ है कि सोशल मीडिया यूजर्स ने इस फेसबुक पेज ‘आई लव अजीत डोवाल’ पर प्रचारित फर्जी खबरों के बारें में अभी कोई शिकायत की है या नहीं क्योंकि फेसबुक ने इस प्रकार की फर्जी सामग्रियों के प्रसार के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने की बात कहीं हुई है।

आपको बता दे कि मुज्जफरनगर हिंसा जिसमें सैकड़ो लोग मारे गए थे वो भी एक फर्जी वीडियो दिखाकर फैलाई गई थी। जिसमें वहां के बीजेपी विधायक संगीत सोम पर इस अपने फेसबुक पेज पर दिखाने का आरोप लगा था। इस कथित वीडियो से झूठ प्रसारित कर सारे इलाके में सांप्रदायिक तनाव पैदा कर दिया गया था। जिसके बाद दंगे छिड़ गए थे जिसके बाद सैकड़ो लोगों को अपनी जान गंवानी पड़ी थी।

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