हिंदुत्ववादी नेता प्रवीण तोगड़िया ने शनिवार को देश में किसानों की खुदकुशी के लिये नरेंद्र मोदी सरकार की ‘‘गलत नीतियों’’ को जिम्मेदार ठहराया। हाल ही में अंतरराष्ट्रीय हिंदू परिषद (एएचपी) नाम से नया संगठन बनाने वाले तोगड़िया ने शनिवार को किसानों के समर्थन में देहगम से गांधीनगर तक 20 किलोमीटर के मार्च में हिस्सा लिया।
फाइल फोटो: प्रवीण तोगड़ियाएएचपी की इकाई राष्ट्रीय किसान परिषद (आरकेपी) द्वारा आयोजित इस प्रदर्शन में कई स्थानीय लोग और किसान शामिल हुए। मार्च के समापन पर गांधी नगर में किसानों से बातचीत के दौरान तोगड़िया ने कहा कि बीजेपी को किसानों को ‘वोट बैंक’ के तौर पर देखना बंद करना चाहिए।
समाचार एजेंसी भाषा की रिपोर्ट के मुताबिक, प्रवीण तोगड़िया ने मांग की ‘सरकार ने किसानों को धोखा दिया और उन्हें प्रताड़ित किया है। किसानों को कर्ज के बोझ तले दबाया जा रहा है और सरकार की गलत नीतियों की वजह से वे आत्महत्या कर रहे हैं। अगर यह सरकार किसान समुदाय के साथ न्याय नहीं कर सकती तो उसे इस्तीफा दे देना चाहिए।’
बता दें कि अभी हाल ही में प्रवीण तोगड़िया ने अयोध्या में राम मंदिर के निर्माण का मुद्दा उठाते हुए कहा था कि केंद्र में बीजेपी की सरकार बने चार साल से अधिक समय हो जाने के बाद भी राम के नाम पर वोट लेने वालों ने मंदिर निर्माण के लिए कोई पहल नहीं की। साथ ही उन्होंने बीजेपी पर वादा खिलाफी का आरोप लगाते हुए कहा कि पार्टी ने दिल्ली में 500 करोड़ रुपये का आलीशान कार्यालय बना डाला, मगर अयोध्या में रामलला अभी तक टांट पर बैठे हैं।