महंगाई की मार: मुंबई में पेट्रोल 80 रुपये के पार, डीजल ने भी तोड़ा रिकॉर्ड

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अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल के दाम में तेजी से भारत में पेट्रोल और डीजल की कीमतें में आग लग गई है। अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल के दाम में तेजी से देश के कुछ हिस्सों में जहां डीजल 67 रुपये के पार पहुंच गया है। वहीं, मुंबई में पेट्रोल एक बार फिर 80 रुपये के पार पहुंच गया है। जानकारों का मानना है कि अगर सरकार ने कदम नहीं उठाएं तो मुंबई में 90 रुपए प्रति लीटर भी प्रेट्रोल मिल सकता है।

प्रतीकात्मक फोटो

सोमवार (21 जनवरी) को मुंबई में एक लीटर पेट्रोल 80.10 रुपए पर पहुंच गया। ऐसा पहली बार हुआ है कि मुंबई में  पेट्रोल 80 रुपये के पार पहुंचा है। जबकि डीजल के लिए भी यहां के लोगों को 67.10 रुपए चुकाने पड़ रहे हैं। अगर देश की राजधानी दिल्ली की बात करें तो यहां डीजल की कीमत नये रिकॉर्ड पर है। राजधानी दिल्ली में एक लीटर पेट्रोल की कीमत 72.23 पैसे हो गई है। वहीं डीजल 63.01 रुपए प्रति लीटर है।

ABP न्यूज के मुताबिक, मुंबई और दिल्ली के अलावा उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में पेट्रोल 73 रुपए 94 पैसे प्रति लीटर है, वहीं डीजल 63 रुपए 46 पैसे प्रति लीटर है। जबकि बिहार की राजधानी पटना में पेट्रोल 76 रुपए 55 पैसे प्रति लीटर है, वहीं डीजल 66 रुपए 76 पैसे प्रति लीटर है।

इसके अलावा मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में जहां पेट्रोल 77 रुपए 23 पैसे प्रति लीटर है, वहीं डीजल 65 रुपए 89 पैसे प्रति लीटर है। जबकि राजस्थान के जयपुर में पेट्रोल 75 रुपए 18 पैसे प्रति लीटर है, वहीं डीजल के लिए लोगों को 67 रुपए 49 पैसे प्रति लीटर चुकाने पड़ रहे हैं।

इसके अलावा चंडीगढ़ में पेट्रोल 69 रुपए 47 पैसे प्रति लीटर है, वहीं डीजल 61 रुपए 17 पैसे प्रति लीटर है। जबकि गुजरात के अहमदाबाद में पेट्रोल 71 रुपए 83 पैसे प्रति लीटर है, वहीं डीजल के लिए लोगों को 67 रुपए 83 पैसे प्रति लीटर के दर से चुकाने पड़ रहे हैं।

पेट्रोल-डीजल को जीएसटी के दायरे में लाने की कोशिश में जुटी सरकार

हिंदुस्तान के मुताबिक, इस बीच सरकार ने कहा है कि वह लगातार पेट्रोल और डीजल को जीएसटी के दायरे में लाने की कोशिश में जुटी हुई है। पेट्रोलियम मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने कहा है कि सरकार लगातार पेट्रोल-डीजल और केरोसीन को जीएसटी के दायरे में लाने की कोशिश में लगी हुई है। इसके लिए प्रयास किए जा रहे हैं।

रिपोर्ट के मुताबिक उन्होंने उम्मीद जताई कि जीएसटी परिषद जल्द ही इसको लेकर कोई फैसला ले सकती है। पेट्रोल और डीजल की लगातार बढ़ती कीमतों को लेकर उन्हेांने कहा कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर लगातार कच्चे तेल की कीमतें बढ़ रही हैं। दूसरी तरफ, राज्यों की तरफ से वसूले जाने वाले वैट की वजह से भी कीमतें लगातार बढ़ती जा रही हैं।

अगर पेट्रोल और डीजल को जीएसटी के दायरे में लाया जाता है, तो इससे इन दोनों की कीमतें 50 रुपये के तहत आ सकती हैं। इससे केंद्रीय स्तर पर लगने वाली एक्साइज ड्यूटी और राज्यों की तरफ से वसूले जाने वालो वैट से आम आदमी को छुटकारा मिल जाएगा। जीएसटी के तहत इस पर परिषद ज्यादा से ज्यादा 28 फीसदी जीएसटी लगा सकती है।

 

 

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