पाकिस्तान में मौत की सजा पाए भारत के पूर्व नौसेनाधिकारी कुलभूषण जाधव के परिवार के साथ पाकिस्तान में दुर्व्यवहार के मुद्दे पर विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने गुरुवार (28 दिसंबर) को संसद में बयान दिया। सुषमा ने कहा कि पाकिस्तान ने मुलाकात के दौरान शर्तों का उल्लंघन किया। बता दें कि जाधव से मिलने गए उनकी मां और पत्नी से किए गए दुर्व्यव्हार को लेकर देश में काफी गुस्सा है।

इस मामले पर भारत ने कहा है कि जाधव की मां और पत्नी के मंगलसूत्र, चूड़ी, बिंदी तक निकलवा दिए गए और उन्हें विधवा के रूप में पेश किया गया। सुषमा ने कहा कि यह बेअदबी की इंतिहा है। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान के इस शर्मनाक करतूत का पूरी संसद और पूरा देश निंदा करता है। सुषमा ने कहा कि इसके अलावा, पाकिस्तानी मीडिया ने भी दोनों महिलाओं पर भद्दे कमेंट भी किए।
भारत ने कुलभूषण जाधव और उनके परिवार के बीच मुलाकात के आयोजन के पाकिस्तान के तौर तरीकों को ‘‘अशिष्ट’’ करार देते हुए कहा कि इसमें मानवता और सद्भाव गायब थे और भयभीत करने वाले वातावरण में जाधव के परिवार वालों के मानवाधिकारों का पूरी तरह से उल्लंघन किया गया। लोकसभा में पाकिस्तान के इस व्यवहार की कड़ी निंदा की गई।
जाधव की अपने परिवार से भेंट से उत्पन्न स्थिति पर लोकसभा में विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने बुधवार (28 दिसंबर) को अपने बयान में कहा कि इस मुलाकात में जाधव के परिवार वालों के मानवाधिकारों का पूरी तरह उल्लंघन किया गया और उन्हें भयभीत करने वाला वातावरण वहां पैदा किया गया, जिसकी जितनी निंदा की जाए, कम है।
उन्होंने कहा कि जाधव की उनके परिवार वालों से मुलाकात दोनों देशों के बीच आगे की दिशा में बढ़ने वाला एक कदम साबित हो सकती थी लेकिन यह खेद की बात है कि दोनों के बीच बनी सहमति से हटकर इस मुलाकात का आयोजन किया गया। 22 माह बाद एक मां की अपने बेटे से और एक पत्नी की अपने पति से होने वाली भावपूर्ण भेंट को पाकिस्तान ने एक दुष्प्रचार के हथियार के रूप में इस्तेमाल किया।
सुषमा ने अपने बयान में कहा ‘‘हालांकि पाकिस्तान जाधव की उनकी मां और पत्नी से मुलाकात को मानवतापूर्ण संकेत के तौर पर प्रदर्शित कर रहा था, लेकिन सच तो यह है कि मानवता और सद्भाव के नाम पर हुई इस मुलाकात में से मानवता भी गायब थी और सद्भाव भी। ’’ उन्होंने कहा कि हद तो तब हो गई जब पाकिस्तानी अधिकारियों ने सुरक्षा के नाम पर जाधव की मां और पत्नी के कपड़े बदलवाए, उनके मंगलसूत्र, बिंदी सहित उनकी चूड़ियां उतरवा लिये।
सुषमा ने कहा कि पाकिस्तान का यह दावा सत्यता से पूरी तरह परे है कि जाधव की पत्नी के जूतों में कोई उपकरण था। उन्होंने कहा कि जाधव की मां और पत्नी दुबई होते हुए इस्लामाबाद पहुंचीं और दोनों जगहों पर हवाईअड्डों पर वे सुरक्षा जांच से गुजरी थीं लेकिन तब कोई उपकरण का पता नहीं चला था।
उन्होंने कहा कि शुक्र है कि यह नहीं कहा (पाकिस्तानी अधिकारियों ने) कि जूते में बम रख दिया गया है। उन्होंने कहा कि समूचा सदन और इस सदन के माध्यम से भारत के समस्त लोग एक स्वर से पाकिस्तान के इस अत्यंत ‘‘अशिष्ट व्यवहार’’ की पुरजोर निंदा करेंगे और जाधव के परिवार के साथ हार्दिक सहानुभूति प्रकट करेंगे। सदन ने एक स्वर से इस पर सहमति प्रकट की।
इस दौरान बीजेपी, शिवसेना के सदस्यों ने ‘पाकिस्तान मुर्दाबाद’ के नारे भी लगाये। विदेश मंत्री ने कहा कि दोनों देशों के बीच इसके बारे में सहमति बनी थी कि मीडिया को जाधव की मां और पत्नी के नजदीक आने की अनुमति नहीं दी जाएगी। लेकिन पाकिस्तानी प्रेस को न केवल परिवार के समीप आने दिया गया बल्कि उन्हें तरह तरह के अपशब्दों से संबोधित करके परेशान भी किया गया।
उन पर झूठे आरोप भी लगाये गए और जाधव को जबरन आरोपी सिद्ध करने का प्रयास किया गया। सुषमा ने कहा कि, ‘‘दो दिन पहले विदेश मंत्रालय ने इस संबंध में अपनी स्थिति स्पष्ट कर दी थी। और बाद में इस मुलाकात से उपजी आपत्तियों को हमने राजनयिक माध्यमों से पाकिस्तान को भी अवगत करा दिया है।’
पाक मीडिया ने कुलभूषण की मां-पत्नी से पूछे बेतुके सवाल
बता दें कि पाकिस्तान में फांसी की सजा पाए भारतीय नागरिक कुलभूषण जाधव से मुलाकात के बाद उनका परिवार मंगलवार (26 दिसंबर) को भारत लौट आया है। जाधव की उनकी मां वह पत्नी से मुलाकात तो करा दी, लेकिन इस प्रक्रिया में उसकी जो करतूत रही उसे न तो कूटनीति और न ही मानवता के आधार पर सही ठहराया जा सकता है। कुलभूषण जाधव से जब उनकी पत्नी और मां मिलकर बाहर निकली तो बेशर्म पाकिस्तानी मीडियाकर्मियों ने ‘कातिल की मां’ कह कर कुलभूषण की मां से सवाल पूछे हैं।
मुलाकात के बाद जाधव की मां से शर्मनाक तरीके से पाकिस्तानी पत्रकारों ने पूछा कि क्या वह ‘कातिल’ बेटे से मिलकर खुश हैं। वीडियो में दिख रहा है कि जाधव की मां-पत्नी पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय के बाहर जाधव से मुलाकात के बाद बाहर खड़े थे। इस दौरान पाक मीडिया ने उनसे बेतुके सवाल दागे। पाकिस्तान मीडियाकर्मी भारतीय लोगों पर भी आरोप लगा रहे थे। पाक पत्रकारों ने चीखते हुए जाधव की पत्नी से पूछा, ‘मुलाकात कैसी रही जी? आपके पतिदेव ने हजारों बेगुनाह पाकिस्तानियों के खून से होली खेली है, इसके बारे में क्या कहती हैं आप?’
पाकिस्तानी पत्रकारों ने कुलभूषण की मां से भी असहज करने वाले सवाल पूछे। एक पाकिस्तानी पत्रकार ने कुलभूषण की मां से पूछा ‘आप उनसे मिलकर खुश हैं? आपके क्या जज्बात हैं अपने कातिल बेटे से मिलने के बाद? पाकिस्तान कातिलों को मिलाता है, क्या आप पाकिस्तान को शुक्रिया अदा करना चाहेंगी?’ मीडियाकर्मियों को चिल्लाते हुए वीडियो में साफ सुना जा सकता है। पाकिस्तान के सरकार के साथ-साथ मीडिया के ऐसे रवैये पर भी सवाल खड़े हो रहे हैं।
#WATCH Islamabad: Pakistani journalists heckle & harass #KulbhushanJadhav's mother & wife after their meeting with him, shout, 'aapke patidev ne hazaron begunah Pakistaniyo ke khoon se Holi kheli ispar kya kahengi?' & 'aapke kya jazbaat hain apne kaatil bete se milne ke baad?' pic.twitter.com/MUYjPmHY6F
— ANI (@ANI) December 26, 2017
चूड़ी-बिंदी और मंगलसूत्र उतरवाकर करवाई मुलाकात
कुलभूषण जाधव से मुलाकात के बाद उनका परिवार भारत लौटने के बाद मां-पत्नी ने विदेश मंत्री सुषमा स्वराज से दिल्ली में मुलाकात कर अपनी आपबीती बताई है। जिसके बाद जाधव से उनकी मां और पत्नी की मुलाकात के दौरान पाकिस्तान के तौर-तरीकों पर भारत ने कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त की है। सुरक्षा के नाम पर कुलभूषण जाधव से मिलने पहुंची उनकी पत्नी और मां की चूड़ी, मंगलसूत्र और बिंदी तक उतरवा दिया। यहां तक की पत्नी के जूते निकलवाए गए और उसे वापस भी नहीं किया गया।
साथ ही कुलभूषण की मां और पत्नी को मराठी भाषा में बातचीत करने की इजाजत नहीं दी। भारत ने इसे बदसलूकी बताते हुए पाक की कड़ी आलोचना की है। विदेश मंत्रलय द्वारा मंगलवार (26 दिसंबर) को जारी बयान में कहा गया है कि पाकिस्तान ने जाधव के परिजनों की भावनाओं का ख्याल नहीं रखा। बयान के अनुसार, उनके कपड़े भी बदलवाए गए। जाधव की पत्नी के जूते वापस नहीं किए। उनको अपनी मातृभाषा में बात नहीं करने दी गई।
कुलभूषण जाधव से मां-पत्ती की हुई मुलाकात
बता दें कि पाकिस्तान की जेल में कथित रूप से जासूसी के आरोप में बंद भारतीय नागरिक कुलभूषण से सोमवार (25 दिसंबर) को उनकी मां और पत्नी ने करीब 22 महीने में पहली बार मुलाकात की। हालांकि, इस मुलाकात के दौरान मां और बेटे के बीच कांच की दीवार थी और दोनों की इंफोकॉम से बात हुई। मुलाकात के ठीक पहले पाक ने पैंतरा बदलते हुए जाधव को मां-पत्नी के गले नहीं लगने दिया।
पाकिस्तान के विदेश मंत्रलय विभाग की इमारत में यह मुलाकात दोपहर करीब डेढ़ बजे शुरू हुई। मुलाकात के लिए पाक सरकार ने 35 मिनट का समय किया था। लेकिन यह करीब 40 मिनट तक चली। पाक विदेश मंत्रलय के प्रवक्ता मोहम्मद फैसल ने ट्वीट किया, पाकिस्तान कायदे आजम मोहम्मद अली जिन्ना के जन्मदिन पर जाधव की पत्नी और मां की उनसे मुलाकात की मानवीय कदम के तौर पर अनुमति देता है।