सेंट्रल बोर्ड ऑफ फिल्म सर्टिफिकेशन (CBFC), जिसे सेंसर बोर्ड भी कहा जाता है, ने संजय लीला भंसाली की द्वारा निर्देशित फिल्म “पद्मावती” को वापस कर दिया है क्योंकि प्रमाणन के लिए आवेदन “अपूर्ण” माना गया था। अब इसका मतलब है कि फिल्म 1 दिसंबर को रिलीज नहीं हो सकती है जो इसकी वास्तविक रिलीज डेट थी।
सेंट्रल बोर्ड ऑफ फिल्म सर्टिफिकेशन (सेंसर बोर्ड) ने तकनीकी कारणों से फिल्म को वापस फिल्ममेकर्स को लौटा दिया है क्योंकि प्रमाणन के लिए किया गया आवेदन अधूरा था। इसके अलावा सेंसर बोर्ड के मुताबिक, इस फिल्म ने कई राजपूत और हिंदुत्व समूहों के विरोध प्रदर्शन शुरू करा दिए हैं, इस मुद्दे को सुलझाने के बाद फिल्म बोर्ड को वापस भेजे जाने के बाद ही तय मानकों के अनुसार समीक्षा की जाएगी।
केंद्रीय फिल्म प्रमाणन बोर्ड (CBFC) के सूत्रों ने बताया कि प्रमाण पत्र के लिए फिल्म पिछले हफ्ते जमा की गई थी। हमने दस्तावेज की जांच की। हमने निर्माताओं को बताया कि उनका आवेदन अधूरा है। हमने उनसे इसे पूरा कर फिर से भेजने को कहा है। सूत्रों ने कहा कि अब जब यह फिल्म दोबारा सेंसर बोर्ड के पास आएगी तब फिर से नियमों के अनुसार समीक्षा की जाएगी। हालांकि उन्होंने आवेदन में कमियों के बारे में विस्तार से बताने से इनकार कर दिया।
सेंसर बोर्ड से जुड़े सूत्रों का कहना है कि सेंसर बोर्ड ने भले ही तकनीकी खामी के आधार पर फिल्म को लौटाया है, लेकिन संभावना है कि फिल्म को गुजरात चुनाव के बाद ही मंजूरी दी जाए। हालांकि फिल्म को प्रड्यूस कर रही कंपनी Viacom 18 मोशन पिक्चर्स के सीओओ अजित अंधारे ने ट्वीट कर ‘पद्मावती’ की रिलीज़ डेट आगे बढ़ाए जाने की खबरों को महज अफवाह बताया है।
सीबीएफसी के इस फैसले के बाद बॉलीवुड की मशहूर अदाकारा शबाना आज़मी ने केंद्रीय फिल्म प्रमाणन बोर्ड (CBFC) पर कई सवाल खड़े कर दिए हैं।
शबाना अाज़मी ने सीबीएफसी से ट्विट कर सवाल किए हैं कि, ”क्या सही में फिल्म पद्मावती को अधूरी नियम पालन के कारण लौटाया गया है? या फिर जो आग फैली है उसको कायम रखने के लिए और फायदे के लिए एेसा किया गया है?”
#Padmavatis application to CBFC has been sent back bcoz of incomplete formalities! Really? Or to keep fires stoked for electoral gains?
— Azmi Shabana (@AzmiShabana) November 17, 2017
शबाना ने ट्विट कर लिखा, ”सबकी दुकान चल रही है उस सरकार के आश्रय में जो अभी पॉवर में है। फिल्म इंडस्ट्री को पद्मावती को लेकर एक जुट होना चाहिए।”
Sabki dukaan chal rahi hai under the patronage not of the fringe but of the Govt in power. Filmindustry must stand as 1 with #Padmavati
— Azmi Shabana (@AzmiShabana) November 17, 2017
बता दें कि अखिल भारतीय क्षत्रिय युवा महासभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष ठाकुर अभिषेक सोम ने संजय लीला भंसाली और दीपिका की गर्दन काटने वाले को 5 करोड़ रुपये का इनाम देने का ऐलान किया था। इससे पहले, राजपूत करणी सेना के संरक्षक लोकेंद्र नाथ कालवी ने गुरुवार को कहा था कि अगर फिल्म रिलीज़ हुई तो दीपिका पादुकोण की नाक काट ली जाएगी।