नोटबंदी: भूखे लोगों को मुफ्त खाना खिला रहे है नोएडा के मुस्लिम परिवार

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नोटबंदी के बाद से जो माहौल सारे देश में बनकर आया है उसकी तस्वीरें काफी निराश करने वाली दिखाई पड़ती है। लेकिन इन्हीं सबके बीच अगर कोई अनजानी उम्मीद और लोगों को मदद पहुंचाने की कोई नायाब कहानी हमारे सामने आती है तो वो एक मिसाल बन जाती है।

ऐसी ही एक मिसाल नोएडा के सैक्टर 93 में देखने को मिली। जहां नंदन राम कचौरी वाला सुबह से शाम तक अपने ठेले पर मुफ्त में कचौरी सब्जी की थाली आने जाने वाले राहगीरों कोे परोस रहा है।

नोएडा के कुछ मुस्लिम लोगों के समूह ने अपनी पहचान बताए बिना बेसहारा, भूखे लोगों को मुफ्त खाना खिलाने का उदाहरण पेश किया है। अगर आप नोएडा के सैक्टर 93 से होकर गुजरगें तो वहीं पर आपकों गर्मा गरम कचैरियां चलता हुआ नंदन का ठेला दिख जाएगा। नंदन अपनी बीवी के साथ सुबह से शाम तक कचैरी सब्जी से लगी हुई थाली मुफ्त में लोगों को खिलाता हुआ दिखता है।

नंदन से जब इस बारें में पुछा गया कि आखिर वो सुबह से शाम तक लोगों को किस तरह से मुफ्त में स्वादिष्ठ खाने की थालियां परोस रहा है। तब नंदन बताता है कि इसके पीछे नोएडा के कुछ मुस्लिम लोग है। जो अपना नाम और पहचान बताए बिना यहां आने-जाने वाले लोगों के लिए मुफ्त में खाने का इंतजाम किए है।

नोएडा का सैक्टर 93 एक बड़ा व्यापारिक हब वाला एरिया माना जाता है। यहां सैकड़ों लोग दिनभर आते है। अधिकांशत लोग यहां बाहर के दिखाई पड़ते है जो सस्ते कामगर मजूदरों की शक्ल में है। नोटबंदी के बाद से व्यापक मंदी का आलम सारे देश मेें पसर गया है। अलीगढ़ का ताला उद्योग, पीतल नगरी मुरादाबाद ब्रासवर्क, सहारनपुर का लकड़ी का कुटिर उद्योग सभी मंदी की चपेट में आ गए है।

कतारों में लोग व्याकुल होकर खड़े अपनी बारी की प्रतीक्षा कर रहे है। दूसरी तरफ कई परिवारों के पास खाने के लिए पर्याप्त इंतज़ाम नहीं है। छोटे बच्चों के लिए दूध नहीं है। घर के बुढ़ो के लिए दवाईयां उपलब्ध नहीं है। इन सबके लिए जिस नकदी की जरूरत है वो बैंको से नदारद है। खाली एटीएम लोगों का मुंह चिढ़ा रहे है।

अधिकांशत कामगर जो दिहाड़ी पर रोजमर्रा मजदूरी कर अपना और अपने परिवार का भरण पोषण करता है अब बेकार बना घूम रहा है। ऐसे ही बहुत सारे दिहाड़ी मजदूर, रिक्शेवाले, राहगीर अगर नोएडा के सैक्टर 93 से गुजरते है तो नंदन और उसकी बीवी कचौरी सब्जी की थाली लेकर उन्हें एक वक्त का भोजन उपलब्ध करा रहे है।

जब हमने नंदन से ये मालूम किया तो उसने उन लोगों के बारें में अनभिज्ञता जाहिर की। उसने बताया कि सुबह से शाम तक 70 से 80 लोगों को वह खाना खिला देता है और ऐसा पिछले सात-आठ दिनों से वह लगातार कर रहा है। जनता का रिपोर्टर ने इस मुहिम से जुड़े मुसलमानों से बात की तो उन्होंने अपना नाम ना बताए जाने की शर्त पर कहां कि देश के प्रति ये सुनिश्तिच करना आज उनका ये फर्ज है कि उनके आस-पास रहने वाला कोई भी परिवार भूखा ना रहे।

इसके पीछे कुछ मुस्लिम लोगों के होने की बात बताकर नंदन फिर से अपने काम मे लग जाता है और हम नहीं जान पाते कि आखिर सैक्टर 93 नोएडा के वो कौन से मुस्लिम मित्र है जो अपनी पहचान जाहिर किए बिना पिछले कई दिनों से भूखे लोगों को खाना खिला रहे है।

 

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