देश के सबसे बड़े बिजनेसमैन और रिलायंस इंडस्ट्रीज के मालिक मुकेश अंबानी के दक्षिण मुंबई स्थित आवास के पास विस्फोटकों से लदी एक एसयूवी मिलने के मामले की जांच कर रही राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने मुंबई पुलिस के अधिकारी सचिन वाजे को 12 घंटे से अधिक समय तक पूछताछ करने के बाद शनिवार रात गिरफ्तार कर लिया।
एनआईए के प्रवक्ता ने कहा, ‘‘सचिन वाजे को रात 11 बजकर 50 मिनट पर एनआईए मामला आरसी/1/2021/एनआईए/एमयूएम में गिरफ्तार कर लिया गया।’’ एनआईए ने कहा कि वाजे को 25 फरवरी को विस्फोटकों से भरा वाहन खड़ा करने में भूमिका निभाने और इसमें संलिप्त रहने को लेकर गिरफ्तार किया गया।
सचिन वाजे, दक्षिण मुंबई में कंबाला हिल स्थित एजेंसी के दफ्तर में शनिवार की पूर्वाह्न करीब साढ़े 11 बजे अपना बयान दर्ज कराने के लिए पहुंचे थे। बता दें कि, सचिन वाजे ने ठाणे के सेशन कोर्ट में एंटीसिपेटरी बेल के लिए याचिका भी लगाई थी, जिस पर 19 मार्च को सुनवाई होनी है।
बता दें कि, कार्माइकल रोड स्थित मुकेश अंबानी के आवास के पास खड़ी एक एसयूवी (स्कॉर्पियो) में 25 फरवरी को जिलेटिन की कुछ छड़ें और एक धमकी भरा पत्र मिला था। NIA इसी मामले की जांच कर रही है और बाद में स्कॉर्पियो के मालिक मनसुख हिरेन की संदिग्ध हालत में लाश भी मिली थी।
‘एनकाउंटर स्पेशलिस्ट’ वाजे, ठाणे निवासी व्यवसायी मनसुख हिरन की मौत मामले में भी सवालों के घेरे में हैं। उक्त स्कॉर्पियो हिरानी के पास ही थी। हिरन पांच मार्च को ठाणे जिले में क्रीक में मृत पाए गए थे। आतंकवाद रोधी दस्ता (एटीएस) हिरन मामले की जांच कर रहा है। हिरन का शव मिलने के कुछ दिनों बाद एटीएस ने अज्ञात व्यक्तियों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की थी। हिरन की पत्नी ने वाजे पर अपने पति की संदिग्ध मौत मामले में संलिप्त होने के आरोप लगाए थे। इसी हफ्ते वाजे को मुंबई अपराध शाखा से हटा दिया गया था।
बता दें कि, सचिन वाजे ने ही उस टीम का नेतृत्व किया था जिसने पिछले साल 4 नवंबर को रिपब्लिक टीवी के संस्थापक अर्नब गोस्वामी को उनके निवास से गिरफ्तार किया था। वह टीआरपी घोटाले में गोस्वामी और उनके टीवी चैनल की भूमिका की भी जांच कर रहे थे।