आमतौर पर किसी भी टीवी शो में देखा जाता है कि सरकार की आलोचना करने पर ही फौरन पार्टी प्रवक्ता जोर-जोर से खंडन करते हुए तर्क प्रस्तुत करते है और बहस में आखिर तक अड़े रहते है। हाल ही बीजेपी की मोदी सरकार ने अपना तीन साल का कार्यकाल पूरा किया है। विभिन्न टीवी चैनलों ने इस पर अनेक तरह के कार्यक्रम बनाए थे।
वीडियो में दिखाया गया है कि सभी कवि सरकार की आलोचना करते हुए तीखा प्रहार कर रहे थे और मुख्तार अब्बास नकवी और महेश गिरी चुपचाप उनको सुन रहे थे। बीजेपी सरकार की खिंचाई करते हुए कवि ने एंटी रोमियो स्कावड पर निशाना साधते हुए कहा कि जो कल तक चार बच्चे पैदा करने की बात कर रहे है आज वहीं प्यार करने वालों पर हमला बोल रहे है।
इसके अलावा कवियों ने सरकार को कश्मीर के पत्थरबाजों पर भी घेरा और नक्सलियों पर सरकार की ढिली पकड़ की वजह से भी निशाना बनाया। कवियों ने पीएम मोदी के मन की बात को भी निशाना बनाया और कहा कि मोदी जी खुद तो मन की बात कर लेते है लेकिन सैनिकों को मन की बात क्यों नहीं करने देते है।
इसके अलावा कार्यक्रम में मौजूद लोगों ने पीएम मोदी के उन टवीट्स की और ध्यान दिलाया जिसमें सेना के मनोबल की बात की गई थी मौजूद लोगों ने पीएम मोदी के वादों की याद दिलाते हुए अपने सवालों से निशाना साधा। इस वीडियो में जो मजेदार बात देखी गई वह यह रही कि बीजेपी के मुख्तार अब्बास नकवी और महेश गिरी इस सारे कार्यक्रम का आन्नद लेते रहे और कवियों के चुटिले बाणों को सहते रहे।