पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) की अध्यक्ष और जम्मू-कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने मंगलवार को आरोप लगाया कि उन्हें श्रीनगर में गुपकार रोड पर उनके आवास पर नजरबंद रखा गया है। मुफ्ती ने कहा कि वह मध्य कश्मीर के बडगाम जिले से निकाले गए परिवारों से मिलना चाहती थीं, लेकिन उनके आवास के बाहर तैनात पुलिस और सुरक्षा बलों ने उन्हें रोक दिया। उसने ट्विटर पर लिखा कि भारत सरकार विपक्ष को दबाने के लिए गैरकानूनी नजरबंदी का इस्तेमाल कर रही है।
वीडियो जारी करते हुए महबूबा मुफ्ती ने ट्वीट कर कहा, “किसी भी तरह के विपक्ष के कदम का विरोध करने के लिए गैरकानूनी नजरबंदी भारत सरकार का पसंदीदा तरीका बन गया है।” उन्होंने कहा, “मुझे एक बार फिर से नजरबंद किया गया है क्योंकि मैं बडगाम का दौरा करना चाहता थी जहां सैकड़ों परिवारों को उनके घरों से निकाला गया है।” उन्होंने कहा, “भारत सरकार बिना कोई सवाल का जवाब दिए जम्मू-कश्मीर के लोगों पर जुल्म जारी रखना चाहती है।”
महबूवा मुफ्ती ने ट्वीट के साथ दो वीडियो भी शेयर किया है, जिसमें वह अपने घर के अंदर गेट के पास दिख रही हैं। वीडियो में वह कह रही है, ‘गेट खोल दीजिए मुझे बाहर जाना है। आप कैसे गैरकानूनी तरीके से ऐसा कर सकते हैं. मुझे दिखाइए आपके पास कौन से पेपर हैं।’
GOI wants to continue inflicting oppression & zulm on the people of J&K without any questions asked. pic.twitter.com/pVXIdwcRB9
— Mehbooba Mufti (@MehboobaMufti) December 8, 2020
बता दें कि, इससे पहले महबूवा मुफ्ती ने पिछले सप्ताह भी नजरबंद करने का आरोप लगाया था, जिसके बाद जम्मू-कश्मीर पुलिस ने इसपर स्पष्टीकरण दिया था। प्रदेश पुलिस ने अपने बयान में कहा था कि महबूबा मुफ्ती को किसी भी प्रकार की नजरबंदी में नहीं रखा गया था, उन्हें सिर्फ सुरक्षा णों से पुलवामा की यात्रा ना करने की सलाह दी गई।