केरल में NEET परीक्षा के दौरान ड्रेस कोड के नाम पर छात्राओं के उतरवाए गए अंडरगारमेंट

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केरल के कन्नुर में रविवार (7 मई) को नीट परीक्षा देने पहुंची एक छात्रा से एक निरीक्षक ने सीबीएसई के ड्रेस कोड के नाम पर इनरवेयर उतारने को कहा। इतना ही नहीं इसके अलावा भी सख्त ड्रेस कोड के नाम पर कई छात्राओं के साथ ऐसा किया गया।

गौरतलब है कि, केरल के कन्नूर के पेरियारम का जहां रविवार को लड़कियां डॉक्टरी की पढ़ाई के लिए नीट का एक्जाम देने गई थीं। छात्राएं नकल न कर सकें इसलिए परीक्षा सेंटर में सीबीएसई के ड्रेस कोड के नाम लड़कियों के साथ ज्यादती की गई।

वहीं दूसरी छात्रा का आरोप है कि उसके जींस में मेटल बटन और पॉकेट होने की वजह से उसे परीक्षा में नहीं बैठने दिया गया। परीक्षा केंद्र पर परीक्षार्थियों के साथ इस तरह के सलूक किए जाने के बाद अभिभावकों ने नाराजगी जताई और अधिकारियों से शिकायत करने की बात कही।

 

मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, विवाद बढ़ता देख राज्य मानवाधिकार आयोग ने इस मामले में सीबीएसई के स्थानीय अधिकारियोंसे 3 हफ्ते में इस घटना पर जवाब मांगा है। साथ ही राज्य मानवाधिकार आयोग ने इसे अधिकारों का हनन बताते हुए राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग से दखल देने की मांग की है।

वहीं सांसद पीके श्रीमती ने इस मामले को अमानवीय और शर्मनाक बताया है। सोमवार (8 मई) को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में श्रीमति ने कहा कि वह प्रशासन के सामने इस मुद्दे को उठाएंगी। उन्होंने कहा कि जिस लड़की से इनरवेयर उतारने को कहा गया वह कभी दोबारा उस आत्मविश्वास के एग्जाम में नहीं बैठ पाएगी।

photo- ABP news

उन्होंने इस घटना को लड़की के मानवाधिकार का उल्लंघन बताया। उन्होंने कहा कि वह नीट आयोजित करने वाली सीबीएसई से ड्रेस कोड की गाइडलाइंस पर फिर से विचार करने और केरल के मुख्यमंत्री पिनराई विजयन व शिक्षा मंत्री से इस मामले में दखल देने की गुजारिश करेंगी।

 

वहीं दूसरी घटना में गुजरात के सूरत की है, यहां ड्रेस कोड के मुताबिक हाफ बाबू के कपड़े न पहनकर आने वाली छात्रा के कुर्ते के बाजू काट दिए। छात्रा को पहले फुल स्लीव कुर्ता पहनने के कारण परीक्षा में बैठने से रोका जा रहा था, लेकिन बाद में कुर्ते की बाजू को काटकर छोटा किया गया और फिर परीक्षा देने दिया गया। बता दें कि, देशभर के 103 परीक्षा केन्द्रों पर 7 मई को मेडिकल कॉलेजों में प्रवेश के लिए नीट परीक्षा हुई थी। इसमें 11 लाख 35 हजार 104 स्टूडेंट शरीक हुए थे।

 

 

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