वरिष्ठ पत्रकार एवं राइजिंग कश्मीर के संपादक शुजात बुखारी और उनके पीएसओ की गुरुवार (14 जून) की शाम में श्रीनगर में उनके कार्यालय के बाहर अज्ञात बंदूकधारियों ने गोली मारकर हत्या कर दी। उनके साथ उनका एक पीएसओ भी मारा गया।
समाचार एजेंसी भाषा की रिपोर्ट के मुताबिक, पुलिस के अधिकारियों ने बताया कि बुखारी यहां प्रेस एंक्लेव स्थित अपने कार्यालय से एक इफ्तार पार्टी के लिए जा रहे थे कि तभी अज्ञात बंदूकधारियों ने उन पर हमला कर दिया। उन्होंने बताया कि बुखारी की सुरक्षा में तैनात उनके निजी सुरक्षा अधिकारियों (पीएसओ) में से एक की इस हमले में मौत हो गई। इस हमले में एक अन्य पुलिसकर्मी तथा एक आम नागरिक घायल हो गया।
अधिकारियों ने बताया कि हमले में घायल दोनों लोगों की हालत गंभीर है। बता दें कि, पत्रकार शुजात बुखारी पर यह हमला ईद से पहले हुआ है। बुखारी ने पूर्व में द हिन्दू के कश्मीर संवाददाता के रूप में भी काम किया था। उन्होंने कश्मीर घाटी में कई शांति सम्मेलनों के आयोजनों में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। वह पाकिस्तान के साथ ट्रैक-2 प्रक्रिया का भी हिस्सा थे।
वहीं, दूसरी ओर जम्मू-कश्मीर पुलिस ने गुरुवार रात बाइक सवार उन लोगों की तस्वीरें जारी की जिन पर वरिष्ठ पत्रकार शुजात बुखारी की हत्या करने का संदेह है। पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज के आधार पर ये तस्वीरें जारी की हैं। पुलिस को शक है कि इन्हीं बाइक सवारों ने बुखारी की हत्या की है। पुलिस ने सूबे की आवाम से अपील की है कि वह इन संदिग्धों की पहचान में मदद करें। पुलिस को इन लोगों पर शक इसलिए है क्योंकि इन्होंने अपने चेहरे ढके हुए थे।
Srinagar Police seeks help of the general public to identify the suspects involved in yesterday's terror attack in Press Colony that killed editor of Rising Kashmir newspaper Shujaat Bukhari. Police releases photographs of the suspect from CCTV footage #JammuAndKashmir pic.twitter.com/ggJhzH7IiJ
— ANI (@ANI) June 14, 2018
एनडीटीवी की रिपोर्ट के मुताबिक, अज्ञात बंदूकधारियों के हमले में मारे जाने से महज कुछ घंटे पहले शुजात बुखारी ने ट्विटर पर तब अपने काम का जबर्दस्त बचाव किया जब दिल्ली के कुछ पत्रकारों ने उन पर कश्मीर को लेकर ‘पक्षपातपूर्ण रिपोर्टिंग’ करने आरोप लगाया। उन्होंने घाटी में कथित मानवाधिकार उल्लंघन पर संयुक्त राष्ट्र की रिपोर्ट भी पोस्ट की थी।
उनके आखिर ट्वीटों में एक में लिखा था, ‘कश्मीर पर पहली संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार रिपोर्ट मानवाधिकार उल्लंघन की अंतरराष्ट्रीय जांच की मांग करती है।’ एक अन्य ट्वीट में मुखर बुखारी ने लिखा था, ‘कश्मीर में हमने पत्रकारिता गर्व के साथ की है और जमीन पर जो कुछ होगा, हम उसे प्रमुखता से उठाते रहेंगे।’
It is unfortunate that a credible think tank like @orfonline should allow this diatribe in absence of the person referred to. In #Kashmir we have done Journalism with pride and will continue to highlight what happens on ground. @samirsaran https://t.co/bGjajFT9yb
— Shujaat Bukhari (@bukharishujaat) June 14, 2018
बुखारी की सुनियोजित हत्या की खबर फैलते ही सोशल मीडिया पर इस कायरना हरकत पर आश्चर्य और क्षोभ के साथ प्रतिक्रिया आने लगी। मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती, केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह, कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने शुजात की मौत पर दुख जताया है। बुखारी की हत्या के बाद मीडिया जगत में शोक की लहर है।
Shocked & deeply saddened by the sudden demise of Shujaat Bukhari. The scourge of terror has reared its ugly head on the eve of Eid. I strongly condemn this act of mindless violence & pray for his soul to rest in peace. My deepest condolences to his family.
— Mehbooba Mufti (@MehboobaMufti) June 14, 2018
समाचार एजेंसी भाषा की रिपोर्ट के मुताबिक, द एडिटर्स गिल्ड आफ इंडिया ने ट्वीट किया , ‘एडिटर्स गिल्ड आफ इंडिया राइजिंग कश्मीर के संपादक शुजात बुखारी की हत्या की स्पष्ट रूप से निंदा करता है। यह प्रेस की स्वतंत्रता और लोकतांत्रिक आवाजों पर एक गंभीर हमला है। हम जल्द ही एक अधिक विस्तृत बयान जारी करेंगे।’
केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने पत्रकार की हत्या पर गहरा दुख व्यक्त करते हुए ट्वीट किया, ‘राइजिंग कश्मीर के संपादक शुजात बुखारी की हत्या एक कायराना कृत्य है। यह कश्मीर में विचारशील आवाजों को दबाने का एक प्रयास है। वह एक साहसी और निर्भीक पत्रकार थे। ’ उन्होंने ट्विटर पर लिखा , ‘उनकी मृत्यु पर बहुत स्तब्ध और दुखी हूं। मेरी संवेदनाएं उनके शोक संतप्त परिवार के साथ हैं। ’
The killing of @RisingKashmir editor, Shujaat Bukhari is an act of cowardice. It is an attempt to silence the saner voices of Kashmir. He was a courageous and fearless journalist. Extremely shocked & pained at his death. My thoughts and prayers are with his bereaved family.
— Rajnath Singh (@rajnathsingh) June 14, 2018
वहीं, कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने वरिष्ठ पत्रकार शुजात बुखारी की हत्या पर दुख प्रकट किया और कहा कि बुखारी एक साहसी पत्रकार थे जो जम्मू कश्मीर में शांति के लिए निर्भीक होकर लड़ रहे थे। गांधी ने ट्वीट किया, ‘राइजिंग कश्मीर के संपादक शुजात बुखारी की हत्या की खबर सुनकर दुखी हूं। वह बहादुर इंसान थे जो जम्मू-कश्मीर में न्याय और शांति के लिए निर्भीक होकर लड़े। मेरी संवेदना उनके परिवार के प्रति हैं। बुखारी की कमी महसूस होगी।’
I’m anguished to hear about the killing of Shujaat Bukhari, editor of @RisingKashmir. He was a brave heart who fought fearlessly for justice and peace in Jammu & Kashmir. My condolences to his family. He will be missed.
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) June 14, 2018
वहीं, बीजेपी के राष्ट्रीय महासचिव राम माधव ने भी वरिष्ठ पत्रकार की हत्या को आतंकवादियों का एक कायराना कृत्य करार दिया। उन्होंने ट्वीट किया , ‘राइजिंग कश्मीर के एडिटर इन चीफ की श्रीनगर में हत्या की खबर सुनकर स्तब्ध हूं। आतंकवादियों का यह कृत्य निंदनीय और कायराना है।’
Shocked to hear about d attack on d Editor-in-Chief of Rising Kashmir Shujaat Bukhari in Srinagar. Reprehensible n condemnable cowardly act of d terrorists
— Ram Madhav (@rammadhavbjp) June 14, 2018