अपने बयानों को लेकर विवादों में रही भाजपा समर्थक बॉलीवुड अभिनेत्री कंगना रनौत ने अब महात्मा गांधी को लेकर विवादित बयान दिया है। कंगना ने महात्मा गांधी के ‘अहिंसा के मंत्र’ का मजाक बनाते हुए कहा कि एक और गाल आगे करने से आपको ‘भीख’ मिलती है आजादी नहीं। महात्मा गांधी पर उनके द्वारा की गई टिप्पणी के खिलाफ महाराष्ट्र कांग्रेस ने कानूनी कार्रवाई की चेतावनी दी है।
समाचार एजेंसी ANI के मुताबिक, महाराष्ट्र कांग्रेस प्रमुख नाना पटोले ने कहा कि महात्मा गांधी के खिलाफ कथित मानहानिकारक बयान के लिए अभिनेत्री कंगना रनौत के खिलाफ महाराष्ट्र कांग्रेस कानूनी कार्रवाई करेगी। कांग्रेस उनके खिलाफ मुंबई पुलिस में आधिकारिक शिकायत दर्ज कराएगी।
Maharashtra Congress to take legal action against actor Kangana Ranaut for her alleged defamatory statement against Mahatma Gandhi. Congress will register an official complaint against her with Mumbai police: Maharashtra Congress chief Nana Patole. (ANI) pic.twitter.com/F0s0mD6vmG
— Janta Ka Reporter (@JantaKaReporter) November 17, 2021
दरअसल, कंगना रनौत ने इंस्ट्राग्राम पर एक के बाद एक कई पोस्ट कर महात्मा गांधी को निशाना बनाया और कहा कि अपने नायकों को समझदारी से चुनो। कंगना ने एक अखबार में छपी एक खबर को शेयर की है जिसकी सुर्खी है, ‘गांधी, अन्य नेताजी को सौंपने के लिए सहमत हुए थे।’ इस खबर में दावा किया गया है कि गांधी, जवाहरलाल नेहरू और मोहम्मद अली जिन्ना की एक ब्रिटिश न्यायाधीश के साथ सहमति बनी थी कि यदि बोस देश में प्रवेश करते हैं तो वे उन्हें सौंप देंगे।
रनौत ने अखबार की इस कटिंग के साथ लिखा है, ‘या तो आप गांधी के प्रशंसक हैं या नेताजी के समर्थक हैं। आप दोनों एक साथ नहीं हो सकते हैं… चुनो और फैसला करो।’
एक अन्य पोस्ट में रनौत ने दावा किया है, ‘जिन लोगों ने आजादी के लिए लड़ाई लड़ी उन्हें ऐसे लोगों ने अपने आकाओं को सौंप दिया जिनके पास अपने उत्पीड़कों से लड़ने का साहस नहीं था या जिनका खून नहीं खौलता था बल्कि वे चालाक और सत्ता लोलुप थे।’ इसके बाद उन्होंने गांधी पर निशाना साधते हुए यहां तक दावा किया कि इस बात के सबूत हैं कि वह चाहते थे कि भगत सिंह को फांसी दी जाए।
34 वर्षीय कंगना ने कहा, ‘ये वही लोग हैं जिन्होंने हमें सिखाया कि अगर कोई आपको थप्पड़ मारे तो एक और थप्पड़ के लिए दूसरा गाल आगे कर दो और इस तरह आपको आजादी मिलेगी। इस तरह से किसी को आज़ादी नहीं मिलती, ऐसे भीख मिल सकती है। अपने नायकों को बुद्धिमानी से चुनें।’ कंगना ने कहा कि यह लोगों को अपने इतिहास और अपने नायकों बारे में जानने समय का है। उन्होंने कहा, ‘उन सभी को केवल अपनी स्मृति के एक खांचे में रखना और हर साल उन सभी को जन्मदिन की बधाई देना पर्याप्त नहीं है, यह न केवल मूर्खता है, बल्कि अत्यधिक गैर-जिम्मेदार और सतही है।’
बता दें कि, भाजपा समर्थक अभिनेत्री को हाल ही में राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने पद्मश्री से नवाज़ा था जिसके दो दिन बाद उन्होंने आज़ादी को लेकर बयान दे दिया। रनौत ने पिछले हफ्ते कहा था कि 1947 में भारत को आजादी नहीं, बल्कि ‘भीख’ मिली थी, असली स्वतंत्रता 2014 में मिली जब नरेंद्र मोदी की सरकार सत्ता में आई।
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