अपने बयानों को लेकर मीडिया की सुर्ख़ियों में रहने वाली भाजपा समर्थक बॉलीवुड अभिनेत्री कंगना रनौत गीतकार जावेद अख्तर द्वारा उनके खिलाफ दायर आपराधिक मानहानि शिकायत के संबंध में सोमवार को मुंबई की एक अदालत में पेश हुईं। बता दें कि, अदालत ने पिछले हफ्ते कहा था कि अगर अभिनेत्री 20 सितंबर को सुनवाई की अगली तारीख पर पेश नहीं होती हैं तो अदालत कंगना रनौत के खिलाफ वारंट जारी करेगी।
इस साल फरवरी में समन जारी होने के बाद से कंगना रनौत पहली बार सोमवार को मेट्रोपोलिटन मजिस्ट्रेट की अदालत में पेश हुईं। लाइवलॉ के रिपोर्ट के मुताबिक कंगना के वकील ने कहा, ”कंगना का इस कोर्ट से भरोसा उठ गया है।” कोर्ट ने मामले की सुनवाई 15 नवंबर के लिए स्थगित कर दी है। तबादला आवेदन पर मुख्य मेट्रोपोलिटन मजिस्ट्रेट एक अक्टूबर को सुनवाई करेंगे।
इस महीने की शुरुआत में बंबई उच्च न्यायालय ने रनौत की उस याचिका को खारिज कर दिया जिसमें अख्तर की आपराधिक मानहानि शिकायत पर स्थानीय अदालत से उनके खिलाफ शुरू की गई कार्यवाही रद्द करने का अनुरोध किया गया था।
न्यायमूर्ति रेवती मोहिते-डेरे ने अपने आदेश में कहा था कि कार्यवाही शुरू करने के मेट्रोपोलिटन मजिस्ट्रेट के आदेश में कोई प्रक्रियात्मक गैर कानूनी या अनियमितता नहीं है।
अख्तर ने रनौत के खिलाफ रिपब्लिक टीवी के संस्थापक अर्नब गोस्वामी के साथ साक्षात्कार के दौरान कथित रूप से मानहानिकारक टिप्पणी करने एवं बेबुनियाद आरोप लगाने को लेकर पिछले साल नवंबर में अंधेरी मेट्रोपोलिटन मजिस्ट्रेट के समक्ष शिकायत दर्ज कराई थी।
अख्तर ने आरोप लगाया था कि साक्षात्कार में उनके खिलाफ अपमानजनक बयान दिया जिससे उनकी प्रतिष्ठा को कथित तौर पर नुकसान पहुंचा। अपनी शिकायत में अख्तर ने दावा किया कि पिछले साल जून में अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत की कथित आत्महत्या मामले में रनौत ने एक साक्षात्कार में बॉलीवुड में मौजूद ‘गुट’ का जिक्र करते हुए उनका नाम घसीटा।
अदालत ने दिसंबर 2020 में, जुहू पुलिस को रनौत के खिलाफ अख्तर की शिकायत की जांच करने का निर्देश दिया था और फिर उनके खिलाफ आपराधिक कार्यवाही शुरू की। इस साल फरवरी में अभिनेत्री के खिलाफ समन जारी किया गया था। (इंपुट: भाषा के साथ)