मध्य प्रदेश की कमलनाथ सरकार गिराने के लिए बीजेपी द्वारा कथित तौर पर विधायकों को धन का लालच दिए जाने के कांग्रेस के आरोपों के बीच भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय के एक बयान पर विवाद हो गया है। विजयवर्गीय ने दावा किया है कि कमलनाथ सरकार बीजेपी की ‘कृपा’ से चल रही है और जिस दिन बीजेपी आलाकमान को छींक भर आ गई, उसी दिन मध्य प्रदेश में बीजेपी फिर से सत्ता में आ जाएगी। बता दें कि कांग्रेस यह आरोप लगाती रही है कि बीजेपी कांग्रेस विधायकों को पैसे का लालच देकर सरकार गिराने की कोशिश कर रही है।

पीटीआई के मुताबिक, विजयवर्गीय ने बुधवार की शाम इंदौर में बीजेपी के एक कार्यक्रम के दौरान पार्टी कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कहा, “यह सरकार (कमलनाथ सरकार) कैसी सरकार है? यह सरकार हमारी कृपा से चल रही है। जिस दिन ऊपर से बॉस का इशारा हो जाएगा ना…” उन्होंने कहा कि हालिया विधानसभा चुनावों में कांग्रेस के फैलाए भ्रम जाल के कारण प्रदेश में बीजेपी का वोट थोड़ा इधर-उधर चला गया। लेकिन हमें निराश होने की कोई आवश्यकता नहीं है।
विजयवर्गीय ने बीजेपी कार्यकर्ताओं को ढांढ़स बंधाते हुए कहा, “प्रदेश हमारे हाथ से चला गया, कोई बात नहीं। प्रदेश कभी भी वापस हमारे पास आ जाएगा। जिस दिन दिल्ली वालों को केवल एक छींक आ जाएगी, उसी दिन प्रदेश में हमारी सरकार बन जाएगी।” उन्होंने कहा, “हम पिछले 15 साल से गाली देना भूल ही गए थे। चूंकि इस अवधि में राज्य में हमारी सरकार थी, तो अधिकारियों को केवल एक फोन करने पर हमारे काम हो जाते थे। अब हम सुबह साढ़े पांच बजे उठकर गाली याद करेंगे। जो अधिकारी काम नहीं करेगा, हम उसकी पूजा तो नहीं करेंगे।”
कांग्रेस ने किया पलटवार
वहीं, राज्य में सत्ताधारी कांग्रेस ने विजयवर्गीय के विवादास्पद बयान पर पलटवार किया है। प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता नीलाभ शुक्ला ने कहा, “विजयवर्गीय की बयानबाजी से साफ है कि चुनावी हार से तिलमिलाई बीजेपी कमलनाथ सरकार गिराने के लिए विधायकों को खरीदने की कोशिश कर रही है। बीजेपी जनादेश का खुलेआम अपमान कर रही है।” उन्होंने आरोप लगाया कि विजयवर्गीय अपने बयानों से कमलनाथ सरकार के अधिकारियों को धमकाकर उन पर बीजेपी नेताओं के गलत काम करने के लिए दबाव बना रहे हैं।