राजस्थान की भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (ACB) ने एक बड़े इंटरनेशनल स्पूफ कॉल गैंग का पर्दाफाश किया। इस मामले में भारतीय जनता पार्टी(बीजेपी) के वरिष्ठ नेता और राजस्थान के पूर्व मंत्री राधेश्याम गंगानगर के पोते साहिल राजपाल को गिरफ्तार किया गया है। साहिल पर आरोप है कि वह फर्जी ACB अफसर बनकर इंजीनियर्स और ठेकेदारों से ठगी करता था।
चौकाने वाली बात ये है कि यह गिरोह एसीबी के अधिकारियों के नाम को ही अपनी चौथ वसूली का जरिया बना रहे थे। रिपोर्ट के मुताबिक, राजपाल अवैध वसूली के लिए फर्जी पुलिस अफसर बनकर स्पूफिंग के माध्यम से अन्तर्राष्ट्रीय कॉल कर चौथ वसूली के लोगों को धमकाता था और अवैध वसूली करता था।
Rajasthan: ACB busted an international spoof call gang, arrested Sahil Rajpal, grandson of ex-MLA & BJP leader Radheshyam from Sriganganagar pic.twitter.com/TZiZQwX6tM
— ANI (@ANI) August 10, 2017
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, इस मामले की जानकारी देते हुए एडीजी एसीबी आलोक त्रिपाठी ने बताया कि करीब छह महीने पहले आरोपी साहिल राजपाल ने पीएचडी विभाग के इंजीनियर्स को स्पूफिंग इंटरनेट कॉलिंग के जरिए फोन किया था। इस मामले में फरवरी महीने में एक इंजीनियर ने एसीबी में शिकायत दर्ज करवाई थी, जिसमें बताया कि कोई शख्स खुद को एसीबी में तैनात एडिशनल एसपी शंकरदत्त शर्मा बताकर पीएचडी के इंजीनियर्स को फोन करता है।
उन्होंने बताया कि आरोपी साहिल ने पीड़ित इंजीनियर को विभाग में भ्रष्टाचार करने पर कार्रवाई करने की धमकियां देते हुए करीब डेढ़ लाख रुपए भी वसूल कर लिए। पुलिस के मुताबिक, लंबे समय तक मोबाइल सर्विलांस पर लेने के बाद भी शंकर दत्त शर्मा के फोन से कोई फोन एसपीएमएल कंपनी के अधिकारियों के पास नहीं गया। जबकि स्पूफिंग कॉल्स के जरिए ये गिरोह एसपीएमएल के कई अधिकारियों को वसूली के लिए धमकाता रहा।
आरोपी साहिल सरकारी अधिकारियों के टेलीफोन नंबर से स्पूफिंग कॉलिंग के जरिए सरकारी महकमों और बड़ी-बड़ी कंपनियों से चौथ वसूली का गोरखधंधा चला रहा था। एसीबी ने दिल्ली में सीबीआई से संपर्क कर शिकायत के दस्तावेज जुटाए। करीब 6 महीने की गहन तकनीकी जांच के दौरान 9 देशों से संपर्क किया गया। फिलहाल, राजपाल के गिरोह में शामिल दूसरे सदस्यों के बारे में ACB पता लगा रही है।