उत्तर प्रदेश में एक बार फिर धर्मांतरण का जीन्न बाहर आ गया है। महाराजगंज जिले के एक चर्च में हो रही प्रार्थना सभा को कथित रूप से सीएम योगी आदित्यनाथ के संगठन हिंदू युवा वाहिनी द्वारा रुकवा दिया गया। संगठन ने आरोप लगाया था कि चर्च में प्रार्थना सभा की आड़ धर्मांतरण का काम चल रहा था।
संगठन का आरोप है कि यहां कुछ विदेशी नागरिकों द्वारा स्थानीय लोगों का जबरन धर्मांतरण करवाया जा रहा था। मौके पर पहुंची पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है। हालांकि, चर्च ने आरोप को गलत बताया है। यह घटना शुक्रवार(7 मार्च) की है। चर्च के खिलाफ हिंदू वाहिनी द्वारा की गई शिकायत के बाद पुलिस भी मौके पर पहुंचकर प्रार्थना सभा को रुकवा दी।
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, महाराजगंज जिले के धतौली में बने चर्च में तकरीबन 100 से 150 लोग प्रार्थना के लिए पहुंचे हुए थे। जिसमें 9 से 11 अमेरिकी नागरिक भी शामिल थे। वे लोग यूपी घूमने के लिए आए हुए थे। इसी दौरान हिंदू युवा वाहिनी के कार्यकर्ता चर्च में पहुंचकर जबरन धर्मांतरण का आरोप लगाते हुए खूब हंगामा किया। बाद में प्रार्थना को यूपी पुलिस ने बंद करवा दिया। हिंदू वाहिनी ने ही चर्च के खिलाफ शिकायत दर्ज करवाई थी।
UP: Hindu Yuva Vahini disrupted a prayer meeting in a Church in Maharajganj alleging forced religious conversion by foreign nationals pic.twitter.com/fMSeE1tBQZ
— ANI UP (@ANINewsUP) April 8, 2017
पुलिस अधिकारी आनंद कुमार गुप्ता ने कहा कि प्रार्थना के लिए किसी तरह की इजाजत नहीं ली गई थी। हम लोगों ने वहां जाकर प्रार्थना बंद करवा दी और मामला दर्ज कर लिया। इस वक्त पूछताछ चल रही है और अगर आरोप सही साबित होता है तो उचित कार्रवाई की जाएगा। पुलिस ने चर्च में रोके गए अमेरिकी नागरिकों के पासपोर्ट सही पाए जाने के बाद उन्हें छोड़ दिया।
संगठन ने आरोप लगाया कि पैसे के बल पर हिंदुओं को बहला-फुसलाकर ईसाई बनाया जा रहा था। वहीं, दूसरी तरफ चर्च के लोगों ने सभी आरोपों को बेबुनियाद बताया है। पादरी एडम ने कहा कि उनपर लगे सभी आरोप बेबुनियाद हैं। उन्होंने कहा कि प्रार्थना में आने के लिए किसी को बाध्य नहीं किया गया था और चर्च में प्रार्थना के अलावा और कुछ नहीं हुआ। धर्मांतरण का आरोप गलत है।
बता दें कि हिंदू युवा वाहिनी संगठन के संस्थापक यूपी के मौजूदा सीएम योगी आदित्यनाथ हैं। महाराजगंज जिला गोरखपुर से सटा हुआ है और हिंदू युवा वाहिनी इस पूरे क्षेत्र में काफी सक्रिय है। हिंदू युवा वाहिनी का गठन योगी आदित्यनाथ ने 2002 में किया था। वह इसके संरक्षक हैं।