इस साल अक्टूबर में, केरल के मलप्पुरम जिले में रहने वाले फैसल की इस्लाम धर्म अपनाने के बाद हत्या कर दी गई थी। उसे स्थानीय मुस्लिम मौलवीयो ने सुरक्षा की सलाह दी थी। लेकिन तब फैसल ने कहा था, मैंने सबकुछ अल्लाह पर छोड़ दिया है, वो लोग मुझे मारना चाहते हैं तो मारने दो। फैसल इससे पहले अनिल कुमार के रूप में जाना जाता था।
19 नवंबर को फैसल की अज्ञात लोगों के एक गिरोह ने स्थानीय रेलवे स्टेशन के पास गला काट कर हत्याकर दी थी।पुलिस के सूत्रों ने तब कहा था कि इस्लाम धर्म अपनाने के कारण फैसल की हत्या हो सकती है।
न्यूज मिनट की एक रिर्पोट के अनुसार, फैसल की मां मीनाक्षी (56)ने भी इस्लाम धर्म अपना लिया है। और मीनाक्षी से जमीला में बदल गई है। उन्होंने वेबसाइट को बताया कि उसक धार्मिक रूपांतरण फैसल के हत्यारों से बदला लेना का एकमात्र तरीका था।
इंडियन एक्सप्रेस की खबर के अनुसार, फैसल काम के लिए सऊदी गया था और उसने वहीं पर इस्लाम कबूल लिया इसके बाद चार महीने बाद जब वह रियाद से घर लौटा तब परिवारवालों को भी इस्लाम कबूल करवा दिया। सूत्रों के मुताबिक इस्लाम कबूलने की वजह से फैसल को रिश्तेदार और आस-पड़ोस के लोगों की तरफ से धमकियां मिल रही थी।
हत्या के दिन फैसल घर से सुबह करीब चार बजे अपने ससुर को लेने तनुर रेलवे स्टेशन गया था। लेकिन करीब आधे घंटे बाद फैसल मरा हुआ मिला।
फैसल एक सवर्ण हिंदू नायर परिवार के अंतर्गत आता है। जब वह अगस्त में केरल आया था। तब उसने पत्नी और तीन बच्चों को इस्लाम धर्म कबूल करवा दिया था।
“वो अपनी मर्जी से मुस्लिम बना इसके लिए उसे किसी ने भी मजबूर नहींं किया। यह उसका निर्णय था। लेकिन लोगों ने उसे जीने की अनुमति नहीं दी। फैसल के पिता कृष्णन नायर ने इंडियन एक्सप्रेस से बात करते हुए कहा, कुछ रिश्तेदार जाहिरा तौर पर इस्लाम अपनाने के फैसले से खुश नहीं थे।”
मलप्पुरम, जहां मुसलमानों की गठन आबादी का 70 प्रतिशत है, इस्लाम परिवर्तित करने के मामले में ये दूसरी मौत है। 1998 में एक मंदिर के पुजारी अय्यप्पन ने इस्लाम धर्म अपनाकर यासिर नाम रख लिया था जिसके बाद कथित तौर पर राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के कार्यकर्ताओं द्वारा उसकी हत्या कर दी गई थी।