पीएम मोदी और राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने एक देश-एक कर के लक्ष्य वाला ठीक रात 12 बजे बटन दबाकर GST लांच किया। इसके लिए संसद भवन के सेंट्रल हॉल में भव्य कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस मौके पर वित्त मंत्री अरुण जेटली ने कहा कि, माल एवं सेवाकर जीएसटी लागू होने से महंगाई कम होगी, कर चोरी करना मुश्किल होगा और सकल घरेलू उत्पाद जीडीपी को बढ़ावा मिलेगा।
संसद के केन्द्रीय कक्ष में जीएसटी की शुरुआत के मौके पर आयोजित कार्यक्रम को संबोधित करते हुए जेटली ने कहा कि इस महत्वपूर्ण एकीकृत कर सुधार को एक नई शुरुआत के तौर पर देखा जाना चाहिये जिससे देश का आर्थकि विस्तार होगा। जेटली ने जीएसटी को कारोबार सुगमता की दिशा में बड़ा कदम बताते हुए कहा कि इससे केन्द्र और राज्यों के स्तर पर लगने वाले 17 कारोबार कर और 23 उपकर सभी इसमें समाहित हो जायेंगे और करदाता को अब केवल एक ही कर देना होगा और एक ही रिटर्न दाखिल करना होगा।
जेटली ने खचाखच भरे केन्द्रीय कक्ष को संबोधित करते हुए कहा, कर चोरी करना मुश्किल होगा, इससे देश की जीडीपी को बढ़ावा मिलेगा और जो अतिरिक्त संसाधन इससे प्राप्त होंगे उनका इस्तेमाल समाज के कमजोर और गरीब तबके के कल्याण के लिये किया जायेगा। साथ ही अरुण जेटली ने कहा कि भारत के इतिहास में यह सबसे बड़ा और महत्वकांक्षी कर एवं आर्थिक सुधार है।

उन्होंने कहा, पुराना भारत आर्थकि रूप से अलग-अलग हिस्सों में फैला हुआ था जबकि नये भारत में एक कर, एक बाजार और एक राष्ट्र होगा। भारत में अब केन्द्र और राज्य सरकारें मिलकर साझाी समृद्धि के लिये काम करेंगें। जेटली ने जीएसटी को देश के लिये महत्वपूर्ण उपलब्धि करार देते हुये कहा कि इससे न केवल भारत अपना नया भाग्य लिखेगा बल्कि इस नई कर व्यवस्था से देश का संघवाद और मजबूत होगा।
पीएम मोदी ने बताई GST की नई परिभाषा: पीएम मोदी ने GST को गुड ऐंड सिंपल टैक्स करार दिया। उनका इतना कहना ही थी कि सभागार में तालियों की गड़गड़ाहटा गूंजने लगी। उन्होंने कहा, जीएसटी गुड ऐंड सिंपल टैक्स है जो बहु-स्तरीय टैक्स सिस्टम के प्रभाव को खत्म करेगा। साथ ही उन्होंने कहा कि, जीएसटी आम लोगों के कल्याण की दिशा में योगदान करने के साथ ही व्यवसायियों के लिए भी हितकर है। उन्होंने कहा कि यह कर के आतंकवाद और इंस्पेक्टर राज को समाप्त कर बिजनसमैन की मदद करेगा।

ये हस्तियां हुईं शामिल: इस एतिहासिक मौके पर राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री के अलावा उपराष्ट्रपति हामिद अंसारी, लोकसभा अध्यक्ष सुमित्रा महाजन, पूर्व प्रधानमंत्री एच.डी. देवगौड़ा, बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह, मोदी सरकार के कैबिनेट मंत्री और सांसद मौजूद दिखे।
लॉन्च के मौके पर आरबीआई के मौजूदा गवर्नर उर्जित पटेल और दो पूर्व गवर्नर बिमल जालान और वाईपी रेड्डी भी शामिल हुए। ख़बरों के अनुसार, 80 मिनट के इस कार्यक्रम में 100 शख्सियतों को न्योता दिया गया था।

हालांकि आमंत्रण पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह को भी मिला था लेकिन उनकी पार्टी कांग्रेस ने बॉयकॉट का फैसला किया था, लिहाजा मनमोहन सिंह कार्यक्रम में उपस्थित नहीं हुए। उनके अलावा आएसएस से संबद्ध एस गुरुमूर्ति और जम्मू-कश्मीर के वित्त मंत्री हसीब द्राबू की उपस्थिति भी चर्चाओं का सबब बनी।
जीएसटी का शुभारंभ पर जश्न में डूबा पूरा देश: जाहिर है पूरा देश इन ऐतिहासिक पलों का गवाह बना और आज आधी रात से एक राष्ट्र एक कर वाला जीएसटी पूरे देश में लागू हो गया। संसद के सेंट्रल हॉल में राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी औऱ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जीएसटी का शुभारंभ किया तो जश्न में डूब गया देश। दिल्ली से लेकर मुंबई तक लोगों ने जमकर जश्न मनाया। साथ ही कुछ बीजेपी कार्यकर्ताओं ने और व्यापारियों ने पटाखे फोड़े और मिठाइयां बांटी।

ये चीजे जीएसटी के दायरे से है बाहर: पेट्रोल, डीज़ल तथा एविएशन टर्बाइन फ्यूल जैसे पेट्रोलियम पदार्थों को फिलहाल जीएसटी के दायरे से बाहर रखा गया है। जीएसटी काउंसिल इस मुद्दे पर बाद में फैसला करेगी, फिलहाल शराब को भी जीएसटी के दायरे से बाहर रखा गया है।