60 लोगों की दर्दनाक मौत के बाद रिफत जावेद का फेसबुक लाइव आपको बता दे कि उत्तर प्रदेश के बदहाल अस्पतालों की पोल खुलने के बाद योगी सरकार बचाव की मुद्रा में आ गई है। टीवी चैनल्स पर सरकार के मंत्री और प्रवक्ताओं ने यूपी के पिछले 10 वर्षो पर सारा ठिकरा फोड़ना शुरू कर दिया है। जबकि इसम मामले में नोबेल पुरस्कार विजेता कैलाश सत्यार्थी ने कहा- यह हादसा नहीं, हत्या है।
बाबा राघव दास मेडिकल कॉलेज में 48 घंटे के दौरान 36 मासूमों की मौत ने सबको झकझोर दिया है। लेकिन सरकार और प्रशासन अपनी किसी भी कमी और लापरवाही की बात से पल्ला झाड़ रही है। नोबेल पुरस्कार विजेता कैलाश सत्यार्थी ने भी इस पर अपनी प्रतिक्रिया ट्विटर पर दी है। उन्होंने कहा है कि बिना ऑक्सीजन के 30 बच्चों की मौत हादसा नहीं, हत्या है। क्या हमारे बच्चों के लिए आजादी के 70 सालों का यही मतलब है।
अस्पतालों की बदहाल व्यवस्था केवल गोरखपुर में ही नहीं बल्कि समूचा उत्तर प्रदेश इस दुर्दशा का शिकार है। इसके विपरित अधिकाशंत टीवी चैनल्स पर मुख्यमंत्री योगी का चमकदार चेहरा और यूपी में विकास की गंगा बहने का विज्ञापन दिखाने में मशगूल है। प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री सिद्धार्थनाथ सिंह ने बताया कि बच्चों की मौत अत्यंत दुर्भाग्यपूर्ण है। सरकार इस बात का पता लगाने के लिए जांच समिति का गठन करेगी कि कहीं कोई लापरवाही तो नहीं हुई है। सिंह ने भी कहा कि ऑक्सीजन की कमी से मौतें नहीं हुई हैं।