बिहार में बाढ़ की स्थिति भयावह होती जा रही है। राज्य के कई जिलों में तो घरों में भी पानी घुस गया है। लाखों लोख बेघर हो गए हैं। इस बीच मंगलवार(15 अगस्त) को आपदा प्रबंधन विभाग के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया की बाढ़ में मरने वालों की संख्या अब 56 पहुंच चुकी है। इस बाढ़ से करीब 65.37 लाख लोग प्रभावित हुए हैं।बता दें की बारिश के अलावा नेपाल द्वारा अचानक पानी छोड़े जाने के कारण बाढ़ का पानी नए क्षेत्रों में प्रवेश कर रहा है। इधर, राज्य की प्रमुख नदियां मंगलवार को भी विभिन्न जगहों पर खतरे के निशान से ऊपर बह रही हैं। राज्य के विभिन्न जिलों के करीब 65.40 लाख की आबादी बाढ़ की चपेट में है।
बाढ़ से बिहार के 12 जिलों के करीब 65.37 लाख लोग प्रभावित हुए हैं। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बताया कि अररिया सबसे ज्यादा प्रभावित हुआ है। राज्य सरकार के एक अधिकारी के मुताबिक, अररिया में 20, सीतामढ़ी में 6, किशनगंज में 5, पूर्वी व पश्चिमी चंपारण और दरभंगा में तीन-तीन लोगों और मधुबनी में 1 व्यक्ति की मौत हुई है।
56 people have died in the #BiharFloods, says Additional Secretary of the Disaster Management Department of #Bihar, Anirudh Kumar.
— ANI (@ANI) August 15, 2017
अररिया, सुपौल, किशनगंज, कटिहार, सीतामढ़ी, पूर्वी चम्पारण और पछ्चिमी चंपारण जिलों के करीब दो दर्जन से ज्यादा प्रखंडों में स्थिति भयावह है। इसके अलावा अररिया, किशनगंज, कटिहार और पूर्वी चंपारण में कई जगहों पर रेल ट्रैक पर बाढ़ का पानी बह रहा है। इस वजह से रेल यातायात बाधित हुई है।
नीतीश कुमार ने पटना में स्वतंत्रता दिवस के मौके पर तिरंगा फहराने के बाद कहा कि राज्य के खजाने पर पहला हक आपदा प्रभावित लोगों का है। उन्होंने कहा कि आपदा प्रभावित लोगों की हर संभव सहायता की जाएगी। राज्य में अचानक आई बाढ़ से काफी नुकसान हुआ है।