होश में आने के बाद विश्व हिंदू परिषद (वीएचपी) के अंतरराष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष प्रवीण तोगड़िया ने मंगलवार (16 जनवरी) को प्रेस कॉन्फेंस कर कहा कि मेरी आवाज को दबाने की कोशिश हो रही है। तोगड़िया ने कहा कि मैं हिंदुओं के लिए काम करता रहा हूं। राम मंदिर, स्वास्थ्य, शिक्षा की आवाज मैं उठाता रहा हूं। जिस वजह से मेरी आवाज दबाने का प्रयास किया जा रहा है। प्रेस कॉन्फ्रेस में प्रवीण तोगड़िया रो पड़े। प्रेस कॉन्फ्रेंस में सनसनीखेज दावा करते हुए उन्होंने कहा कि मेरे एनकाउंटर की साजिश हो रही है।
प्रेस कॉन्फेंस के दौरान तोगड़िया ने रोते हुए सनसनीखेज दावा किया। उन्होंने कहा कि पुराने केस का हलावा देकर मुझे एंकाउंटर की धमकी दी जा रही है। उन्होंने कहा कि लेकिन मैं डरने वाला नहीं हूं। बता दें कि सोमवार (15 जनवरी) की सुबह से लापता प्रवीण तोगड़िया रात को अहमदाबाद के एक पार्क में बेहोशी की हालत में मिले। जिसके बाद उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया।
तोगड़िया ने खुद यह बात स्वीकार कर ली है कि वह राजस्थान पुलिस की गिरफ्तारी से बचने के लिए गायब हुए थे। तमाम कयासों के बीच आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस में प्रवीण तोगड़िया ने दावा किया कि राजस्थान पुलिस ने उनके एनकाउंटर की साजिश रची थी, इसलिए वह खुद वीएचपी दफ्तर से गायब हो गए थे। तोगड़िया ने कहा कि मैं किसी से डर नहीं रहा हूं, लेकिन मुझे डराने की कोशिश हो रही है।
तोगड़िया ने कहा कि, ‘मैं सुबह पूजा-पाठ कर रहा था। तभी एक व्यक्ति मेरे रूम में घुसा और कहा कि आप तुरंत घर छोड़ दो, आपका एनकाउंटर करने वाले हैं। मैंने ध्यान नहीं दिया। बाहर दो पुलिस वाले थे। तब तक थोड़ी देर में फोन आया और कहा गया कि गुजरात पुलिस के सहयोग से 16 पुलिस स्टेशनों से राजस्थान पुलिस का काफिला निकला है। मैं तुरंत बाहर निकला। मैंने पुलिसवालों से कहा कि मैं कार्यालय छोड़कर जा रहा हूं। नीचे उतरा ऑटो रिक्शा पकड़ा।’
Rifat Jawaid on the revolt by Supreme Court judges
Posted by Janta Ka Reporter on Friday, January 12, 2018
तोगड़िया ने कहा कि मैंने रास्ते में ही राजस्थान की मुख्यमंत्री और गृह मंत्री से संपर्क किया। लेकिन दोनों ने बताया कि ये झूठ है उसके बाद ही मैंने अपना फोन बंद कर दिया था ताकि मेरा फोन ट्रेस ना हो सके। प्रेस कांफ्रेंस में उन्होंने कहा कि पूछताछ पर पता चला कि वे गिरफ्तारी वारंट लेकर आए हैं। उन्होंने कहा कि राजस्थान में वकील से संपर्क कर हाईकोर्ट में वारंट रद्द करने की मांग की।
उन्होंने कहा कि मैं जयपुर जाकर कार्यकर्ताओं के साथ कोर्ट में जा रहा था। रास्ते में कुछ गड़बड़ हुआ और मेरी तबीयत खराब हो गई। तोगड़िया ने कहा कि मैंने कोई अनैतिक काम नहीं किया है। मैं कानून का पालन करूंगा। मेरा जीवन रहे या न रहे, मैं राम मंदिर. गोरक्षा के लिए अकेला लड़ना पड़े तो लड़ता रहूंगा। मेरी संपत्ति के नाम पर किताबों और भगवान के आसन के अलावा कुछ नहीं है।