गुरुग्राम के भोंडसी स्थित रयान इंटरनेशनल स्कूल में दूसरी कक्षा के सात वर्षीय छात्र प्रद्युम्न की बेरहमी से गला काटकर हत्या का मामले सामने आने के बाद हर कोई स्तब्ध है। बेटे प्रद्युम्न की मौत के बाद पूरा परिवार सदमे में है। उनके माता-पिता के आंसू थम नहीं रहे हैं। इस हत्या ने ये सोचने पर मजबूर कर दिया है कि आखिर हम अपने बच्चों को कहां सुरक्षित मानें। देश में बच्चों की सुरक्षा को लेकर जोरदार बहस छिड़ी है। लेकिन प्रद्युम्न की निर्मम हत्या के बाद भी स्कूलों ने सबक नहीं लिया है। पूरा देश स्कूल में बच्चों की सुरक्षा को लेकर परेशान है, वहीं फरीदाबाद में रयान इंटरनेशनल स्कूल की और खौफनाक तस्वीर सामने आई है। दरअसल, दो दिन की छुट्टी के बाद सोमवार(11 सितंबर) को खुले फरीदाबाद के रयान इंटरनेशनल स्कूल के जब अभिभावकों ने अपने बच्चों को स्कूल में छोड़ने के बाद सुरक्षा व्यवस्था का जायजा लिया तो हैरान रह गए।
दरअसल, बच्चों के माता-पिता जब स्कूल परिसर के अंदर गए तो उन्हें एक चतुर्थ श्रेणी (सफाई कर्मचारी) का एक कर्मचारी परिसर नशे की हालत में दिखाई दिया। बताया जाता है कि यह कर्मचारी इस कदर नशे की हालत में था कि वह ठीक से जवाब भी नहीं दे पा रहा था। इतना ही नहीं उस कर्मचारी के पास कोई पहचान पत्र भी नहीं था।नाराज परिजनों ने अपने बच्चों की सुरक्षा को लेकर स्कूल में हंगामा कर दिया और स्कूल के अंदर ही धरने पर बैठ गये। मौके पर पहुंची पुलिस टीम ने परिजनों की समस्या सुनी तो पता लगा कि स्कूल के कर्मचाारियों की पुलिस वेरीफिकेशन भी नहीं हो रखी है।
परिजनों का कहना है कि अगर गुरूग्राम की तर्ज पर कोई वारदात फरीदाबाद में घटित हो जाती है तो उसका जिम्मेदार कौन होगा। अभिभावकों ने फौरन इसकी सूचना पुलिस को दी, जिसके बाद उस सफाईकर्मी को पुलिस ने हिरासत में ले लिया। इस बात की सूचना जैसे ही अन्य अभिभावकों को मिली उन्होंने स्कूल प्रशासन के खिलाफ हंगामा शुरू कर दिया।