नोएडा के बॉटनिकल गार्डन से लेकर कालकाजी के बीच चलने वाली पहली ड्राइवरलेस (स्वचालित) मेट्रो ट्रेन मंगलवार (19 दिसंबर) को हादसे का शिकार हो गई। नोएडा को दक्षिण दिल्ली से जोड़ने वाली मजेंटा लाइन मेट्रो ट्रायल रन के दौरान ही बेपटरी हो गई। मेट्रो कालिंदी कुंज डिपो के पास दीवार तोड़कर बाहर निकल गई। बता दें कि यह दिल्ली की पहली ड्राइवरलेस (चालक रहित) मेट्रो है।शुरुआती जानकारी के मुताबिक, यह हादसा तकनीकी कारणों की वजह से हुआ। हादसा कालिंदी कुंज के पास हुआ है। हालांकि अच्छी बात यह रही कि इस हादसे में कोई हताहत नहीं हुआ। मेट्रो के सूत्रों का कहना है कि तकनीकी खराबी के चलते ब्रेक नहीं लग सका और मेट्रो बाहर निकल गई।
Delhi: Empty metro train on trial run, breaks through boundary at Kalindi Kunj depot. Matter being probed. pic.twitter.com/kiqWn7TCVH
— ANI (@ANI) December 19, 2017
मेट्रो अधिकारियों का कहना है कि वह इसकी जांच कराएगी। दरअसल ड्राइवरलेस मेट्रो में कोई ड्राइवर नहीं होता है। यह मेट्रो रूट ड्राइवरलेस होगा। बता दें कि नोएडा के बॉटनिकल गार्डन से लेकर कालकाजी के बीच मेट्रो का सफर 25 दिसंबर यानी क्रिसमस से शुरू होने जा रहा है। इस दिन खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मैजेंटा लाइन का उद्घाटन करेंगे। ऐसे में यह हादसा चौंकाने वाला है।
आम यात्री 26 दिसंबर से इस लाइन पर सफर कर सकेंगे। फिलहाल यह लाइन नोएडा के बॉटनिकल गार्डन से लेकर कालकाजी के बीच 9 स्टेशनों की दूरी तय करेगी। यह पूरी लाइन जून 2018 तक खुलने की संभावना है। 37 किमी लंबी मैजेंटा लाइन पर कुल 25 मेट्रो स्टेशन होंगे। यह लाइन जनकपुरी पश्चिम मेट्रो स्टेशन से बॉटनिकल गार्डन के बीच बनाई गई है। इस लाइन पर जनकपुरी पश्चिम से लेकर एयरपार्ट तक ट्रायल चल रहा है।
इसके शुरू होने से फिलहाल फरीदाबाद से नोएडा जाने वाले यात्रियों को लाभ होगा। 25 दिसंबर को कालकाजी से बोटेनिकल गार्डन के बीच शुरू होने जा रही मैजेंटा लाइन बेहद खास है। यह पहली ऐसी मेट्रो लाइन होगी, जिस पर चालक रहित मेट्रो दौड़ेगी। शुरुआत में मेट्रो ट्रेन को ड्राइवर ही चलाएंगे, लेकिन बाद में यह स्वचालित मोड पर चलेगी। 25 दिसंबर का दिन डीएमआरसी के लिए भी खास है। इस दिन मेट्रो के 15 साल पूरे हो रहे हैं।