मुंबई की सड़कों पर इन दिनों नीले रंग के कुत्ते नजर आ रहे हैं। न्यूज एजेंसी ANI के मुताबिक, कई कुत्ते तो रातों रात अचानक ही नीले हो गए। उनके शरीर के बाल और फर का रंग पूरी तरह से नीला हो गया है। कई कुत्ते इस बीमारी के शिकार हो चुके हैं। रिपोर्ट के मुताबिक, खासकर मुंबई के तलोजा औद्योगिक क्षेत्र के आस-पास रहने वाले कुत्तों का रंग काफी तेजी से नीला हो रहा है।दरअसल, मीडिया रिपोर्ट में कहा जा रहा है कि तलोजा औद्योगिक क्षेत्र में स्थित कसाड़ी नदी में औद्योगिक अपशिष्ट पदार्थों का प्रवाह होने की वजह से ऐसा हो रहा है। भूख मिटाने के लिए कुत्ते जब कुछ खाने या पानी की तलाश में नदी में जाते हैं, तो वहां गंदगी के कारण उनके शरीर का रंग नीला हो जाता है।
कुत्ते पर पड़ने इस प्रभाव को देखकर आफ अंदाजा लगा सकते हैं कि इस नदी का पानी किस प्रकार से जहर में तब्दील होता जा रहा है। आप सोच सकते हैं कि अगर इन कुत्तों का यह हाल है तो इंसानों का क्या होगा? बताया जा रहा है जब ये कुत्ते इस नदी के किनारे आते हैं तो तो जहरीले पदार्थों की वजह से उनके शरीर का रंग अचानक बदल जाता है और कुत्ते नीले रंग के हो जाते हैं।
Mumbai: Pollutants from dye factory in Taloja industrial area turn stray dogs blue in colour overnight pic.twitter.com/Ul7mi2TPhf
— ANI (@ANI) August 16, 2017
जानकारों का कहना है कि इस जहरीले पानी से इंसानों की सेहत पर भी बूरा असर पड़ सकता है। पिछले साल अगस्त 2016 में मछुआरे इस मामले में अपनी चिंता जता चुके हैं। जिसमें उन्होंने शिकायत किया था प्रदूषित नदी का जल मछलियों को प्रभावित कर रहा है।
आज तक के मुताबिक, इस मामले में नवी मुंबई पशु संरक्षण सेल ने बुधवार(16 अगस्त) को एक कुत्ते की तस्वीर लीं, जिसका फर नीले रंग का हो गया था। जिसके बाद सेल ने गुरुवार को महाराष्ट्र प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (एमपीसीबी) में इसकी शिकायत दर्ज कराई। और यहां पशुओं के पीड़ित होने के बारे में जानकारी दी गई।
(देखिए वीडियो)
#WATCH Mumbai: Pollutants from dye factory in Taloja industrial area turn stray dogs blue in colour overnight pic.twitter.com/15BoOSpxcL
— ANI (@ANI) August 16, 2017