कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और केरल की तिरुअनंतपुरम सीट से सांसद शशि थरूर ने एक विवाह समारोह की तस्वीर को लेकर सोशल मीडिया पर ट्रोल होने के बाद मंगलवार को पलटवार करते हुए कहा कि उन्हें ‘‘भक्तों के संगठित ब्रिगेड’’ से ट्रोल होने की आदत है, लेकिन गैर-राजनीतिक लोगों को ‘‘अपनी दलदल में खींचना सही नहीं है।’’
उल्लेखनीय है कि, हाल में कई तस्वीरों को लेकर पूर्व केंद्रीय मंत्री शशि थरूर को ट्विटर पर ट्रोल किया गया है। थरूर की एक फोटो सोशल मीडिया पर वायरल हुई थी। यह तस्वीर एक शादी के कार्यक्रम की है। इसमें वह दूल्हा और दुल्हन के साथ साफा पहने नजर आ रहे हैं। उनके गले में माला भी लटक रही है।
कई लोगों ने एक विवाह समारोह की शशि थरूर की तस्वीर साझा कर नवविवाहित युवा जोड़े के साथ उनकी तस्वीर को लेकर कांग्रेस नेता पर कटाक्ष किया है, जिसपर अब उन्होेंने पलटवार किया है।
इसपर पलटवार करते हुए थरूर ने कहा, ‘‘मुझे भक्तों के संगठित ब्रिगेड से ट्रोल होने की आदत है और मैं इसे झेल सकता हूं, जानता हूं कि यह मेरे अधिकार क्षेत्र में आता है। लेकिन गैर-राजनीतिक लोगों को अपनी दलदल में खींचना सही नहीं है, और नवविवाहित जोड़े का उनकी शादी के दिन अपमान करना और उनके मेहमान पर भद्दी टिप्पणी करना अपमानजनक है।’’
‘भक्त’ का क्या मतलब है, यह पूछने वाले ट्विटर उपयोगकर्ताओं को जवाब देते हुए थरूर ने लिखा है, ‘‘ईश्वर के प्रति भक्ति का सम्मान किया जाना चाहिए। किसी राजनेता के प्रति भक्ति, खास तौर से धर्म के नाम पर, निंदनीय है।’’ उन्होंने लिखा है, ‘‘बाद के वाक्य में भक्त शब्द का संदर्भ संघ परिवार और मोदीत्व के भक्तों के लिए है।’’
Bhakti towards the divine is to be respected. Bhakti towards a political leader or cause, especially in the name of religion, is deplorable. “Bhakts” in the latter sense refers to the devotees of the Sangh Parivar & Moditva. https://t.co/goyMAGoQR1
— Shashi Tharoor (@ShashiTharoor) December 7, 2021
[Please join our Telegram group to stay up to date about news items published by Janta Ka Reporter]