झारखंड में सीटों को लेकर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के अगुआई वाले गठबंधन एनडीए में दरार पड़ गई है। भाजपा और सहयोगी पार्टी लोक जनशक्ति पार्टी (एलजेपी) के बीच सहमति नहीं बन पाई है और इसलिए अब लोजपा ने राज्य में अकेले विधानसभा चुनाव लड़ने का ऐलान किया है। लोक जनशक्ति पार्टी (एलजेपी) के राष्ट्रीय अध्यक्ष और सांसद चिराग पासवान ने ऐलान किया है कि एलजेपी आगामी झारखंड विधानसभा चुनाव अपने दम पर लड़ेगी।
File Photo: Hindustan Timesचिराग पासवान ने मंगलवार को ट्वीट कर कहा, “झारखंड में चुनाव लड़ने का आख़िरी फ़ैसला प्रदेश इकाई को लेना था।लोक जनशक्ति पार्टी झारखंड प्रदेश इकाई ने यह फ़ैसला लिया है पार्टी 50 सीटों पर अकेले चुनाव लड़ेगी। आज शाम तक पार्टी के उमीदवारों की पहली सूची का एलान हो जाएगा।”
बता दें कि, केंद्रीय मंत्री राम विलास पासवान के बेटे चिराग को हाल ही में पार्टी का नया अध्यक्ष नियुक्त किया गया है। चिराग पासवान लगातार दो बार से बिहार की जमुई लोकसभा सीट से सांसद हैं।
झारखंड में चुनाव लड़ने का आख़िरी फ़ैसला प्रदेश इकाई को लेना था।लोक जनशक्ति पार्टी झारखंड प्रदेश इकाई ने यह फ़ैसला लिया है पार्टी 50 सीटों पर अकेले चुनाव लड़ेगी।आज शाम तक पार्टी के उमीदवारों की पहली सूची का एलान हो जाएगा।
— Chirag Paswan (@ichiragpaswan) November 12, 2019
गौरतलब है कि, झारखंड में एनडीए के एक और सहयोगी दल ऑल झारखंड स्टूडेंट यूनियन (एजेएसयू) ने सोमवार शाम बिना भाजपा से चर्चा किए 12 सीटों पर अपने उम्मीदवारों का ऐलान कर दिया। इनमें से 3 सीटों पर रविवार को भाजपा ने भी प्रत्याशियों की घोषणा की थी। इस बाबत एजेएसयू का कहना है कि भाजपा उनको मजबूत सीटें नहीं दे रही है।
झारखंड की सभी 81 सीटों पर 30 नवंबर से 20 दिसंबर के बीच 5 चरणों में मतदान होगा। नतीजे 23 दिसंबर को आएंगे। पिछली बार भी राज्य में पांच चरण में मतदान हुआ था। 81 सदस्यीय विधानसभा का कार्यकाल 5 जनवरी 2020 को खत्म हो रहा है। राज्य में अभी भाजपा और आजसू (ऑल झारखंड स्टूडेंट्स यूनियन) की गठबंधन सरकार है।