केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार ने कारोबारियों के तमाम विरोध के बावजूद सिंगल ब्रांड रीटेल (एकल ब्रांड खुदरा कारोबार) को विदेशी कंपनियों के लिए खोल दिया है। केंद्रीय मंत्रिमंडल ने बुधवार (10 जनवरी) को एकल ब्रांड खुदरा कारोबार सहित विभिन्न क्षेत्रों के लिये प्रत्यक्ष विदेशी निवेश नीति में राहत के प्रस्ताव को मंजूरी दी है। प्रत्यक्ष विदेशी निवेश नीति में कई संशोधनों को मंजूरी देते हुए सरकार ने एकल ब्रांड खुदरा कारोबार और निर्माण क्षेत्र में जहां 100 प्रतिशत प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (एफडीआई) को हरी झंडी दी, वहीं एयर इंडिया में विदेशी एयरलाइनों को 49 फीसदी तक हिस्सेदारी खरीदने की अनुमति दे दी।
इसके अलावा विदेशी संस्थागत निवेशकों को बिजली क्षेत्र में प्राइमरी मार्केट के जरिए भी एफडीआई की अनुमति दी गयी है और चिकित्सा उपकरणों की परिभाषा में संशोधन किया गया है। यह मंजूरी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में मंत्रिमंडल की बुधवार को हुई बैठक में दी गई है।
सरकार ने एकल ब्रांड खुदरा कारोबार और निर्माण क्षेत्र में स्वचालित मार्ग से विदेशी निवेश की अनुमति देकर इन दोनों ही क्षेत्रों को पूरी तरह से विदेशी कंपनियों के लिए खोल दिया है। पुरानी व्यवस्था के तहत एकल ब्रांड खुदरा कारोबार में 49 प्रतिशत एफडीआई के लिए विदेशी कंपनियों को किसी अनुमति की आवश्यकता नहीं थी।
इससे अधिक सीमा के निवेश के लिए सरकार से अनुमति लेनी पड़ती थी, लेकिन अब नयी व्यवस्था के तहत विदेशी कंपनियां स्वचालित मार्ग से 100 फीसदी एफडीआई कर सकेंगी और इसके लिए उन्हें सरकार से कोई अनुमति नहीं लेनी होगी। हालांकि उन्हें भारत में अपनी पहली दुकान खोलने के दिन से अगले पांच साल तक अपने वैश्विक कारोबार के लिए कच्चे माल का 30 फीसदी हिस्सा भारत से ही खरीदना होगा।
एयर इंडिया में 49 फीसदी विदेशी निवेश की अनुमति देकर सरकार ने घाटे में चल रही इस विमानन कंपनी को उबारने की कोशिश की है। नयी व्यवस्था के तहत विदेशी एयरलाइनों को एयर इंडिया में हिस्सेदारी खरीदने के पहले सरकार की पूर्व अनुमति लेनी होगी और कंपनी का स्वामित्व भारतीय नागरिक के पास ही रहेगा।
निर्माण क्षेत्र को गति देने के लिए और इसकी वित्तीय जरूरतों को पूरा करने के लिए इस क्षेत्र में स्वचालित मार्ग से 100 फीसदी एफडीआई को मंजूरी दे दी है। बिजली क्षेत्र को गति देने के लिए विदेशी संस्थागत निवेशकों को शेयर बाजार के साथ ही अब सीधे कंपनियों में निवेश की अनुमति भी दे दी गयी है और इसकी सीमा 40 प्रतिशत पर सीमित की गई है।
कांग्रेस ने पुराने ट्वीट्स से पीएम मोदी और जेटली पर साधा निशाना
कांग्रेस ने 100 प्रतिशत एफडीआई को मंजूरी देने के सरकार के फैसले पर पीएम मोदी और वित्त मंत्री अरुण जेटली के पुराने ट्वीट्स के जरिए बीजेपी पर दोमुंही बातें करने का आरोप लगाया है। कांग्रेस ने प्रधानमंत्री पर ‘देश को विदेशियों के हाथों में देने’ का आरोप लगाया है। 2012 में गुजरात के तत्कालीन मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी और बीजेपी नेता अरुण जेटली के कुछ पुराने ट्वीट्स के हवाले से कांग्रेस ने मोदी सरकार पर हमला बोला।
कांग्रेस नेता मनीष तिवारी ने मोदी के 2012 में किए गए एक ट्वीट को री-ट्वीट करते हुए प्रधानमंत्री से पूछा कि क्या आपकी सरकार देश को विदेशियों के हाथों में दे रही है? बता दें कि उस ट्वीट में गुजरात के तत्कालीन मुख्यमंत्री मोदी ने एफडीआई का विरोध किया था। उन्होंने लिखा था, ‘कांग्रेस देश को विदेशियों को दे रही है। ज्यादातर पार्टियों ने एफडीआई का विरोध किया, लेकिन सीबीआई की तलवार के डर कुछ पार्टियों ने वोट नहीं किया व कांग्रेस पिछले दरवाजे से जीत गई!’
अरुण जेटली के एक पुराने बयान से जुड़ी एक न्यूज रिपोर्ट, नरेंद्र मोदी के पुराने ट्वीट्स और सिंगल-ब्रैंड रिटेल में 100 प्रतिशत एफडीआई को मोदी सरकार की मंजूरी से जुड़ी हालिया न्यूज रिपोर्ट के स्क्रीनशॉट को ट्वीट करते हुए कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने बीजेपी पर करारा वार किया। दरअसल मार्च 2013 में अरुण जेटली ने कहा था कि वह अपनी आखिरी सांस तक एफडीआई का विरोध करेंगे। इसी तरह मोदी ने ट्वीट किया था कि कांग्रेस देश को विदेशियों के हाथों में दे रही हैं।
गुजरात के तत्कालीन सीएम मोदी ने एक और ट्वीट किया था जिसमें उन्होंने लिखा था, ‘हैरान हूं कि प्रधानमंत्री क्या कर रहे हैं। रिटेल में एफडीआई से दुकानदारों और निर्माण क्षेत्र को नुकसान पहुंचेगा व बेरोजगारी पैदा होगी।’ सुरजेवाला ने तंज कसते हुए पूछा कि क्या जेटली का ‘आखिरी सांस’ वाला बयान भी अब जुमला साबित हो चुका है। मोदी ने मैन्युफैक्चरिंग और ट्रेडर्स को नुकसान की बात स्वीकार की थी, क्या वह भी जुमला था। कांग्रेस ने न सिर्फ पीएम मोदी पर उनके ‘यू टर्न’ को लेकर निशाना साधा बल्कि बीजेपी पर धोखा, बेइमानी और छल-कपट का आरोप लगाया।
Mr Prime Minster Sir – would you please explain how does this tweet square up with all the Cabinet decisions today opening up various sectors to 100% FDI ? Is your government giving nation to Foreigners???? pic.twitter.com/ncatSMULhr
— Manish Tewari (@ManishTewari) January 10, 2018
Deception, Dishonesty & Dodginess of BJP leadership unmasked on FDI in Retail.
Dupe, lie & vilify when out of power.
Do the opposite on gaining power.BJP’s ‘Booklet on FDI’-:
Govt of Foreigners – Narendra Modi
End Consumer Interests-Arun Jaitley
Betrayal- Sushma Swaraj pic.twitter.com/QhmuuEZD8x
— Randeep Singh Surjewala (@rssurjewala) January 10, 2018
As BJP Govt allows 100% FDI in Single Brand Retail by doing away the requirement of 30% sourcing through ‘Make in India’, PM & FM’s duplicity & doublespeak stand exposed.
Modiji’s professed ‘harm of manufacturing & traders’ & Jaitleyji’s ‘last breath’ have proved to be ‘Jumlas’! pic.twitter.com/Ve5yhUc7d3
— Randeep Singh Surjewala (@rssurjewala) January 10, 2018
After accusing Cong of selling the nation to foreigners by seeking to allow FDI in retail, when he was in opposition, Modi now allows 100% FDI in retail. After bankrupting farmers&traders, destroying jobs& youth, Modi will now destroy retailers by selling out to foreign interests pic.twitter.com/o2ILKF9IQP
— Prashant Bhushan (@pbhushan1) January 10, 2018
Left: Allows 100% FDI in 2018
Right : Opposed 49% FDI before 2014#வேறவாய்நாறவாய் pic.twitter.com/30uR6Y8Xpv— Fake Trend Hunter (@trollabhakt) January 10, 2018
BJP का ‘यू टर्न’ – सिंगल ब्रैण्ड रीटेल में 100% FDI (ऑटोमैटिक रूट) को मंज़ूरी दी. UPA के समय इसका विरोध किया था
— Manak Gupta (@manakgupta) January 10, 2018
https://twitter.com/imMAK02/status/951010602608091136?ref_src=twsrc%5Etfw&ref_url=https%3A%2F%2Fwww.jantakareporter.com%2Findia%2Fcabinet-approves-100-fdi-retail-pm-modi-mocked-twitter-u-turn%2F168342%2F
BJP approves 100% FDI in retail.
Arvind kejriwal predicted it 2014.
Hope for the best.. #100%FDI pic.twitter.com/DrYADdQ1wj— Chetan Pawar ???? (@babahasmukh) January 10, 2018