मुंबई के एल्फिंस्टन रेलवे स्टेशन पर शुक्रवार(29 सितंबर) को हुई भगदड़ में 22 लोगों की मौत हो गई है जबकि 50 से अधिक लोग घायल बताए जा रहे हैं। इस मामले में महाराष्ट्र की फडणवीस सरकार की सहयोगी पार्टी शिवसेना सहित कांग्रेस और अन्य विपक्षी पार्टियों ने केंद्र सरकार पर जोरदार हमला बोला है।
(PTI Photo)शिवसेना का कहना है कि इस मामले में सरकार के खिलाफ नरसंहार (मनुष्यवध) का केस दर्ज होना चाहिए। शिवसेना सांसद संजय राउत ने न्यूज एजेंसी ANI से बातचीत में कहा कि, “राज्य सरकार के ऊपर सदोष मनुष्यवध (नरसंहार) का FIR दर्ज होना चाहिए और रेलवे मंत्रालय पर मुकदमा चलना चाहिए।”
Sarkaar ke upar sadosh manushyavadh ka FIR daakhil hona chahiye aur Railway Mantralaya pe mukadma chalna chahiye:Sanjay Raut #MumbaiStampede pic.twitter.com/GJHsnWU5d3
— ANI (@ANI) September 29, 2017
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, शिवसेना ने दावा किया है कि उनकी पार्टी के सांसदों ने 2015 और 2016 में फुट ओवर ब्रिज को चौड़ा करने की मांग रखी थी। शिवसेना सांसद अरविंद सावंत और राहुल शेवाले ने रेलवे को इस मामले में चिट्ठी भी लिखी थी। लेकिन तत्कालीन रेलमंत्री सुरेश प्रभु ने फंड की कमी का हवाला देकर पल्ला झाड़ दिया था।
वहीं, कांग्रेस ने भी सरकार को आड़े हाथों लिया है। महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री अशोक चव्हाण ने कहा कि ऐसी घटनाओं से सरकार बदनाम हो चुकी है लोग बहुत अधिक परेशान है फिर भी सरकार की नजर जनता की समस्याओं पर नहीं जाती है। रेलवे ब्रिज हादसे के बाद से ये बात सामने आई है कि ये घटना सरकारी लापरवाही की वजह से हुई।
एलफिंस्टन रेलवे स्टेशन के फुट ओवर ब्रिज पर मची भगदड़ में अब तक …
एलफिंस्टन रेलवे स्टेशन के फुट ओवर ब्रिज पर मची भगदड़ में अब तक 22 लोगों की मौत
Posted by जनता का रिपोर्टर on Friday, 29 September 2017
बीजेपी युवा मोर्चा की प्रवक्ता का विवादित बयान
इस हादसे को लेकर हर कोई सदमेें में है लेकिन इस मामले में सबसे चौंकाने वाला बयान भारतीय जनता युवा मोर्चा (बीजेवाईएम) की प्रवक्ता के तरफ से आया है। दरअसल, बीजेवाईएम की प्रवक्ता अमृता भिंडर ने इस भगदड़ के लिए पीड़ितों को ही दोषी ठहरा दिया है।
बीजेवाईएम की प्रवक्ता अमृता भिंडर ने ट्वीट कर लिखा, एल्फिंस्टन रेलवे स्टेश पर भगदड़ की वजह से 22 लोगों की मौत हो गई है, जबकि 60 लोग घायल हो गए हैं। उन्होंने आगे लिखा कि इस भगड़द के लिए लोगों को भी जिम्मेदारी लेनी चाहिए!
अमृता भिंडर की इस बयान का सोशल मीडिया पर काफी आलोचना हो रही है। लोगों का कहना है कि केंद्र और राज्य दोनों जगह बीजेपी की सरकार है ऐसे अमृता भिंडर का यह बयान काफी दुर्भाग्यपूर्ण है।
Concert and templates are choices – using train is a compulsion or a necessity! There are many other difference too! #elphinstone
— Faiz (@FaizSpeaks) September 29, 2017
Seriously?? ????????
Please accept the failure of system mam..— Siddhartha Patil (@Siddventures) September 29, 2017
Extremely insensitive tweet. Easy to be judgemental when you don't know ground reality.
— rashmi (@TweetsOfRashmi) September 29, 2017
Our government can’t fix a bridge but readily shell out 2500 Crs for a statue? And people like you are blaming the victims? Are you crazy?
— Prateek (@prateek_94) September 29, 2017
Paid tweet. That's the only possible explanation. Or perhaps, a silver spoon, unfortunately in the wrong orifice.
— Grim Malkin (@Vidhuvyala) September 29, 2017
https://twitter.com/ashwin_09_08_89/status/913685731037536256?ref_src=twsrc%5Etfw&ref_url=https%3A%2F%2Fwww.jantakareporter.com%2Findia%2Fbjps-youth-wing-spokesperson%2F152293%2F
बता दें कि रेलवे स्टेशन पर यह हादसा सुबह करीब दस बजकर चालीस मिनट पर हुआ। उस वक्त बारिश हो रही थी और फुटओवर ब्रिज पर खासी भीड़ थी। पुलिस को संदेह है कि फुटओवर ब्रिज के पास तेज आवाज के साथ हुए शॉट सर्किट के कारण लोगों में दहशत फैल गई और वह भागने लगे। इसी कारण भगदड़ मच गयी।
जिसके बाद भगदड़ की वजह से यह दर्दनाक दुर्घटना हुई। बीएमसी के आपदा प्रबंधन नियंत्रण कक्ष के अनुसार, परेल के केईएम अस्पताल में अभी तक 22 शव लाए गए हैं। एक अधिकारी ने बताया कि घायलों को अलग-अलग अस्पतालों में भर्ती कराया गया है।