उत्तर प्रदेश के पीलीभीत से भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के सांसद वरुण गांधी ने गुरुवार को ट्विटर पर पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के 1980 के भाषण की एक छोटी क्लिप पोस्ट की, जिसमें वाजपेई ने किसानों को अपना समर्थन देते हुए उनके दमन के खिलाफ तत्कालीन इंदिरा गांधी सरकार को चेतावनी दी थी।
फाइल फोटोवरुण गांधी ने वीडियो शेयर करते हुए अपने ट्वीट में लिखा, ”बड़े दिल वाले नेता के समझदारी भरे शब्द…” बता दें कि, भाजपा सांसद मोदी सरकार के तीन कृषि कानूनों के खिलाफ आंदोलन कर रहे किसानों का समर्थन मुखरता से कर रहे हैं। वाजपेई के भाषण वाला उनका यह ट्वीट केंद्र सरकार के लिए उनके संदेश के रूप में देखा जा रहा है।
वीडियो में वाजपेयी जी को यह कहते हुए सुना जा सकता है, “मैं सरकार को चेतावनी देना चाहता हूं। दमन के तरीके छोड़ दीजिए, डराने की कोशिश मत करिए। किसान डरने वाला नहीं है। हम किसानों के आंदोलन का दलीय राजनीति के लिए उपयोग करना नहीं चाहते लेकिन हम किसानों के उचित मांग का समर्थन करते हैं और अगर सरकार दमन करेगी, कानून का दुरुपयोग करेगी, शांतिपूर्ण आंदोलन को दबाने की कोशिश करेगी तो किसानों के संघर्ष में कूदने में हम संकोच नहीं करेंगे। हम उनके साथ कंधे से कंधा मिलाकर खड़े रहेंगे।”
वरुण गांधी ने उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी में चार किसानों की मौत के लिए जिम्मेदार लोगों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की है, जो कथित रूप से भाजपा नेताओं से जुड़ी कारों से कुचले गए थे। गांधी को हाल में भाजपा की राष्ट्रीय कार्यकारिणी से हटा दिया गया। इसे गांधी से पार्टी नेतृत्व की नाराजगी के रूप में देखा गया था।
Wise words from a big-hearted leader… pic.twitter.com/xlRtznjFAx
— Varun Gandhi (@varungandhi80) October 14, 2021
बता दें कि, हाल ही में भाजपा ने अपनी नई राष्ट्रीय कार्यकारिणी की घोषणा की है। 80 सदस्यीय कार्यकारिणी में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से लेकर कई केंद्रीय मंत्रियों, राज्य के कई नेताओं के नाम शामिल हैं। इस सूची में लालकृष्ण आडवाणी और मुरली मनोहर जोशी जैसे दिग्गजों को फिर से शामिल किया गया है। वहीं, इस सूची में वरुण गांधी और मेनका गांधी का नाम नहीं है। जिससे पार्टी में उनके भविष्य के बारे में अटकलें लगाई जा रही हैं। (इंपुट: भाषा के साथ)