BJP विधायक ने नीतीश कुमार को बिहार के मुख्यमंत्री पद से हटाने की मांग की, JDU ने किया पलटवार

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विकासशील इंसान पार्टी (वीआईपी) के नेता मुकेश सहनी को मंत्रिमंडल से बर्खास्त करने के बाद अब बिहार सरकार में सहयोगी भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेता सीधे राज्य के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर निशाना साध रहे हैं। भाजपा विधायक ने नीतीश कुमार को बिहार के सीएम पद से हटाने की मांग की हैं। वहीं, भाजपा नेता के बयान पर जदयू ने भी पलटवार किया हैं।

बिहार
फाइल फोटो

भाजपा विधायक विनय बिहारी ने दावा किया कि, मेरा दृढ़ विश्वास है कि भाजपा के शीर्ष नेतृत्व को इसके बारे में सोचना चाहिए और हमारी पार्टी से मुख्यमंत्री बनाना चाहिए।” भाजपा नेता ने कहा, राज्यों के लोग योगी मॉडल के बारे में बात कर रहे हैं, क्योंकि बिहार में हर दिन अपराध की घटनाएं बढ़ रही हैं। हम बिहार में रह रहे हैं, इसलिए हम यहां नीतीश मॉडल की वकालत करते हैं, लेकिन हम वर्तमान नीतीश मॉडल नहीं चाहते हैं, लेकिन हम वो नीतीश कुमार चाहते हैं जैसा कि वह 2005 में थे।

योगी मॉडल का वर्णन करने के लिए पूछे जाने पर विनय बिहारी ने कहा, जिस तरह से बिहार में हर दिन अपराध की घटनाएं होती हैं, योगी मॉडल का मतलब अपराधियों पर त्वरित कार्रवाई है। बिहार में स्थिति को नियंत्रण में लाने के लिए बुलडोजर की आवश्यकता होती है। उन्होंने कहा, जैसा कि मैं भाजपा से संबंधित हूं, मेरा दृढ़ विश्वास है कि मुख्यमंत्री हमारी पार्टी से होना चाहिए। भाजपा के शीर्ष नेतृत्व को तार किशोर प्रसाद को राज्य का मुख्यमंत्री बनाना चाहिए। जब से उन्हें बिहार के उपमुख्यमंत्री का प्रभार दिया गया है, तब से वह अच्छा कर रहे हैं।

बिहारी ने दावा करते हुए कहा कि, बिहार में नीतीश कुमार की लोकप्रियता घट रही है। उन्होंने 115 सीटों पर चुनाव लड़ा और केवल 45 सीटों पर जीत हासिल की, जो उनकी घटती लोकप्रियता का संकेत है। उनके पास अब शक्ति नहीं है।

इस बीच, जदयू एमएलसी और पार्टी के मुख्य प्रवक्ता नीरज कुमार ने आईएएनएस से बात करते हुए, विनय बिहारी ने अपने बयान के जरिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के फैसले को चुनौती दी है। नीतीश कुमार दोनों के फैसले के आधार पर मुख्यमंत्री बने। पार्टियों और मोदी और अमित शाह ने उनके नाम के लिए हरी झंडी दी। विनय बिहारी हाल ही में भाजपा में शामिल हुए और वह पार्टी के आधिकारिक प्रवक्ता नहीं हैं। इसलिए, हम उन्हें गंभीरता से नहीं लेते हैं।

गौरतलब है कि, बिहार में भाजपा उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में जीत के बाद उत्साहित है और पार्टी ने वीआईपी पर एक सफल सर्जिकल स्ट्राइक को अंजाम दिया और अपने 3 विधायकों को भाजपा में शामिल किया। 3 वीआईपी विधायकों को शामिल करने के बाद बिहार विधानसभा में 75 विधायकों वाले राजद को पछाड़कर 77 विधायकों के साथ भाजपा राज्य में सबसे बड़ी पार्टी बन गई है।

भाजपा के एक ‘‘लिखित निवेदन’’ के बाद मुख्यमंत्री ने राज्यपाल से मत्स्य और पशुपालन मंत्री सहनी को मंत्रिमंडल से निष्कासित करने की सिफारिश की थी। जिसमें कहा गया कि विकासशील इंसान पार्टी (वीआईपी) के संस्थापक प्रमुख सहनी ‘‘अब राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) का हिस्सा नहीं हैं।’’

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