भारतीय जनता पार्टी(बीजेपी) के वरिष्ठ नेता व बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से 90 लाख रुपये के कथित ‘मिट्टी खरीद घोटाले’ को लेकर वन एवं पर्यावरण मंत्री तेजप्रताप यादव को मंत्रिमंडल से बर्खास्त किए जाने की मांग की है। साथ ही उन्होंने इस कथित घोटाले की उच्चस्तरीय जांच की मांग की है।
अपने आवास पर मंगलवार(4 मार्च) को आयोजित जनता दरबार के बाद पत्रकारों को संबोधित करते हुए सुशील ने यह बात कही। इस आरोप पर लालू यादव ने साफ तौर पर कहा है कि जो भी जांच हो करवा ली जाए, जांच से कोई आपत्ति नहीं है। लालू ने कहा कि चिड़ियाघर में जाकर जांच कर लीजिए। हमको पैसा मिला होगा तो रिकार्ड में होगा। हम तो उल्टे अपनी गायों का गोबर मुफ्त में चिड़ियाघर में दे रहे हैं।
लालूजी अपने मॉल की ९० लाख की मिट्टी को बिना टेंडर अपने बेटे के विभाग में बिकवा दिया ।आम के आम गुठली के दाम । वाहरे लालू
— Sushil Kumar Modi (@SushilModi) April 4, 2017
सुशील ने आरोप लगाया कि संजय गांधी जैविक उद्यान में सौन्दर्यीकरण के नाम पर अनावश्यक 90 लाख रुपये की मिट्टी खरीद कर पगडंडी बनाने का काम बिना निविदा केवल कोटेशन के आधार पर पटना जिला के रुपसपुर के एमएस एंटरप्राइजेज के विरेन्द्र यादव को सौंप दिया गया।
उन्होंने तेजस्वी पर अपनी एक कंपनी के द्वारा पटना में निर्माणाधीन एक शॉपिंग मॅाल के दो अंडरग्राउंड फ्लोर की मिट्टी को अपने ही विभाग से बेच कर 90 लाख रुपये की कमाई करने का आरोप लगाते हुए पूछा कि क्या कोई मंत्री अपनी जमीन की मिट्टी को अपने ही विभाग में खरीद सकता है।
उनका दावा है कि इस कंपनी में तेजस्वी निदेशक हैं। मोदी ने आरोप लगाया कि पिछले दो माह से रात 10 बजे से सुबह 5 बजे तक मिट्टी की ढुलाई की जा रही है जबकि रात में वन्य प्राणियों के उद्यान में कोई निर्माण कार्य या गतिविधि नहीं की जा सकती है।