नई दिल्ली। बिहार विधान परिषद की चार सीटों के लिए होने वाले चुनाव से पहले महागठबंधन में दरार खुलकर सामने आ गया है। यह दरार आगामी 9 मार्च को होने वाले चुनाव में कांग्रेस के आरजेडी-जेडीयू प्रत्याशी के खिलाफ दो उम्मीदवारों की घोषणा किए जाने से गहरा गया है।
बिहार प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष और राज्य के शिक्षा मंत्री अशोक चौधरी ने शनिवार(18 फरवरी) को आला कमान के निर्देश पर गया स्नातक क्षेत्र और गया शिक्षक निर्वाचन क्षेत्र से दो उम्मीदवारों के नाम की घोषणा की। गया स्नातक क्षेत्र से कांग्रेस के अजय सिंह को और गया शिक्षक निर्वाचन क्षेत्र से पूर्व विधायक हृदय नारायण यादव चुनाव लड़ेंगे।
वर्ष 1999 से 2005 तक कांग्रेस से बिहार विधान परिषद सदस्य रहे अजय सिंह के अलावा राजद उम्मीदवार पुनित सिंह के साथ एनडीए उम्मीदवार और सदन के सभापति अवधेश नारायण सिंह का मुकाबला होगा। अजय सिंह कांग्रेस नेता और सहकारिता क्षेत्र में अपनी बेहतर पकड़ रखने वाले तपेशर सिंह के बेटे हैं।
महागठबंधन में शामिल दो अन्य दल जेडीयू और आरजेडी ने इन दो सीटों में से एक-एक सीट आपस में बांट ली थी, जिसके बाद कांग्रेस ने नाराजगी व्यक्त की थी। इन दोनों सीटों के लिए अपनी पार्टी के उम्मीदवारों की नाम की घोषणा करते हुए के समय अशोक चौधरी ने कहा कि यह कोई आम चुनाव नहीं है।
चौधरी ने कहा कि यह उम्मीदवारों पर आधारित चुनाव है, इसलिए हम लोगों द्वारा उम्मीदवार उतारे जाने को महागठबंधन में मतभेद के तौर पर नहीं देखा जाना चाहिए। महागठबंधन का नेतृत्व नीतीश कुमार कर रहे हैं और लालू प्रसाद इन तीनों दलों के अभिभावक हैं। इसलिए हमलोगों के बीच कोई लड़ाई नहीं है।