बेंगलुरु की जेल में एआईएडीएमके प्रमुख शशिकला को मिल रहे वीवीआईपी ट्रीटमेंट का खुलासा करने वाली डीआईजी रूपा का सोमवार(17 जुलाई) को ट्रांसफर कर दिया गया है। कर्नाटक सरकार की ओर जारी एक आदेश में साफ कर दिया गया है कि रूपा का ट्रांसफर तत्काल प्रभाव से किया जा रहा है। डीआईजी रूपा को उनके सख्त रवैये के लिए जाना जाता है। बता दें कि डीआईजी डी. रूपा ने शशिकला पर कहा था कि उन्हें जेल में वीआईपी ट्रीटमेंट मिल रहा है।
फिलहाल, डीआईजी डी. रूपा बेंगलुरु जेल में कार्यरत थी। कनार्टक सरकार ने रूपा का ट्रांसफर कर अब उन्हें बेंगलुरु ट्रैफिक पुलिस को संभालने को कहा है। कनार्टक सरकार ने एक सकुर्लर जारी तत्काल रूप से उनका ट्रांसफर कर दिया। सकुर्लर में उनके अलावा कई और अफसरों का भी ट्रांसफर किया गया है।
बता दें कि एआईएडीएमके की प्रमुख नेता शशिकला द्वारा जेल अधिकारियों को दो करोड़ रुपए की घूस देने का खुलासा कर लेडी सिंघम IPS रूपा ने तमिलनाडु की राजनीति में भूचाल ला दिया है। बताया जा रहा है कि बेंगलुरू के परप्ना अग्रहारा की सेंट्रल जेल में बंद शशिकला ने जेल में ही लक्जरी सुविधाएं पाने के लिए जेल अधिकारी को दो करोड़ रुपए की घूस दी थी।
सिस्टम में विरोध में खड़ी होकर बड़ी बड़ी हस्तियों से पंगा लेने वाली लेडी आईपीएस रूपा ने अपनी रिपोर्ट में कहा है कि जेल के महानिदेशक (जेल) ने भी दो करोड़ रुपए की घूस ली है। हालांकि, जेल महानिदेशक ने आरोपों को खारिज करते हुए कहा है कि शशिकला को ऐसी किसी भी प्रकार की विशेष सुविधा नहीं उपलब्ध कराई गई।
गत 10 जुलाई को केंद्रीय कारागार का दौरा करने के बाद अपनी चार पन्ने की रिपोर्ट में रूपा ने कहा था कि नियमों का
उल्लंघन करके यहां कारागार में शशिकला के लिए विशेष रसोईघर की व्यवस्था है। बता दें कि शशिकला आय से अधिक संपत्ति के मामले में दोषी ठहराई गई हैं।
शशिकला को फरवरी में आय से अधिक संपत्ति के मामले में दोषी ठहराए जाने के बाद से प्रपन्न अग्रहार केंद्रीय कारागार में रखा गया है। उनके साथ उनके दो रिश्तेदारों वीएन सुधाकरन और इलावरासी को भी दोषी ठहराया गया है। सभी चार साल के कारावास की सजा काट रहे हैं।