इस्लामोफोबिया का डर दुनियाभर में देखा जाता है। कल ही दिल्ली से आई एक खबर ने सबको चौंका दिया कि हिजाब पहनने की वजह से एक महिला को नौकरी के लिए अयोग्य पाया गया। जबकि सारी दुनिया के बच्चों की चहेती बार्बी डॉल को अब हिजाब पहनाकर पेश किया जा रहा है।
बच्चों के बीच बेहद लोकप्रिय और बदलते फैशन की पहचान कराने वाली बार्बी डॉल हमेशा ही अपने पहनावे को लेकर सुर्खियों में रही है। 1950 के बाद से अब तक बार्बी डॉल ने एक लंबा सफर तय किया है और दुनियाभर के लोगों को बताया कि आजकल फैशन में क्या चल रहा है।
बार्बी डॉल बनाने वाली कंपनी ने एक नई डॉल को लॉन्च किया है। यह हिजाब पहने हुए है। इसका रंग सांवला है। हिजाब पहने हुए ये बार्बी डॉल पिछले साल के ओलंपिक में भाग लेने अमेरिकी मुस्लिम महिला इब्तिहाज मुहम्मद से प्रेरित है। इसे दुनिया में गोरे रंग और मुस्लिम विरोधी मानसिकता के खिलाफ एक प्रतिक्रिया माना जा रहा है।
Thank you @Mattel for announcing me as the newest member of the @Barbie #Shero family! I’m proud to know that little girls everywhere can now play with a Barbie who chooses to wear hijab! This is a childhood dream come true ?? #shero pic.twitter.com/py7nbtb2KD
— Ibtihaj Muhammad (@IbtihajMuhammad) November 13, 2017
मीडिया रिपोर्टस के मुताबिक, बार्बी डॉल के इस नए संस्करण की प्रेरणा तलवारबाज इब्तिहाज मुहम्मद से मिली है जो ओलंपिक पदक जीतने वाली पहली मुस्लिम अमेरिकी महिला है। मुहम्मद ने रियो ओलंपिक 2016 में महिलाओं की टीम फायल स्पार्धा में कांस्य पदक जीता था। वह हिजाब पहनकर खेलने वाली पहली अमेरिकी ओलंपियन हैं।
Had to make sure my @Barbie slayed the red carpet in a @louellashop dress pic.twitter.com/vzf28aXuA6
— Ibtihaj Muhammad (@IbtihajMuhammad) November 14, 2017
इसके अलावा ओलंपिक पदक जीतने वाली पहली मुस्लिम अमेरिकी महिला हैं। बार्बी डॉल बनाने वाली कंपनी माटेल ने कहा कि यह डॉल अगले साल आनलाइन उपलब्ध होगी। मुहम्मद ने कहा था कि उसे लगा कि बाकी मुस्लिम महिलाओं के साथ एकजुटता दिखाने के लिए उसका हिजाब पहनना जरूरी है। बार्बी की शेरो डाल में उसे तलवारबाजी की पोशाक पहने, हाथ में हेलमेट लिए और हिजाब पहने दिखाया गया है।