VIDEO: बाबा रामदेव बोले- “लाखों लोगों की मौत एलोपैथी की दवा खाने से हुई है”; IMA ने की मांग- महामारी एक्ट के तहत योगगुरु के खिलाफ कार्रवाई करें केंद्र

0

कोरोना वायरस संक्रमण की दूसरी लहर से देश में हाहाकार मचा हुआ है, हर रोज रिकॉर्ड लाखों की संख्या में नए मरीज सामने आ रहे हैं। इतनी बड़ी संख्या में नए मरीज सामने आने से अस्पतालों में बेड्स, दवाओं और ऑक्सीजन की कमी देखने को मिल रही है। इस बीच, योग गुरू बाबा रामदेव का एक कथित वीडियो सामने आया है, जो अब सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रहा है। वीडियो में वह कहते हैं कि एलोपैथी दवाओं को खाने से लाखों लोगों की मौत हुई है। अब इस पर विवाद छिड़ गया है। इस वीडियो को लेकर रामदेव यूजर्स के निशाने पर आ गए है, लोग उन्हें ट्रोल करते हुए जमकर खरी-खोटी सुना रहे हैं। वहीं, इंडियन मेडिकल एसोसिएशन ने स्वास्थ्य मंत्री को चिट्ठी लिखकर रामदेव के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की है।

रामदेव
फाइल फोटो

सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहे वीडियो में रामदेव बोलते हैं, “ग़जब का तमाशा है। एलोपैथी एक ऐसी बेकार साइंस है कि पहले इनकी हाईड्रोऑक्सीक्लोरोक्विन फेल हुई, फिर रेमडेसिविर फेल हो गई। फिर एंटीबायोटिक्स इनके फेल हो गए, फिर स्टेरॉयड फेल हो गए। प्लाज्मा थेरेपी के ऊपर भी कल बैन लग गया। आइवरमेक्टिन भी फेल हो गई और बुखार के लिए फैबिफ्लू दे रहे हैं, वो भी फेल है। जितने भी दे रहे है, सब फेल हो रहा है।”

रामदेव आगे कहते है, “लोग कह रहे हैं कि यह क्या तमाशा हो रहा है? बुखार के उपर उनकी कोई भी दवाईयां काम नहीं कर रही है। ऐसा इसलिए है क्योंकि आप बॉडी का तापमान उतार देते हो, लेकिन शरीर के अंदर उस वायरस को खत्म नहीं कर रहे हो। जिस कारण बुखार हो रहा है उसका तो निवारण तुम्हारे पास तो है नहीं। इसलिए मैं जो बात कह रहा हूं वो बहुत बड़ी बात है, हो सकता है कि उस पर कुछ लोग बड़ा विवाद करें। लाखों लोगों की मौत एलोपैथी की दवा खाने से हुई है। जितने लोगों की मौत हॉस्पिटल न जाने के कारण से हुई, ऑक्सीजन न मिलने के कारण से हुई है, उससे ज्यादा लोगों की मौतें एलोपैथी की वजह से हुई है। स्टेरॉयड की वजह से हुई है।”

रामदेव ने आगे कहा कि लाखों लोगों की मौत का कारण एलोपैथी ही है। उन्होंने अपनी बात का बचाव करते हुए कहा कि एलोपैथी साइंस पूरी तरह खराब नहीं है। हम मॉडर्न मेडिकल साइंस का स्वागत करते हैं। साइंस एंड टेक्नोलॉजी का विरोध नहीं है।

रामदेव का यह वीडियो अब सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है, वह अपने इस बयानों को लेकर सोशल मीडिया यूजर्स के निशाने पर आ गए है, लोग उन्हें जमकर ट्रोल कर रहे है। इस बीच, इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (आईएमए) ने मांग उठाई है कि केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री या तो वीडियो में लगाए गए आरोपों को स्वीकार करें और देश की आधुनिक चिकित्सा सुविधाओं को भंग करें या फिर बाबा रामदेव पर मुकदमा चलाकर महामारी रोग अधिनियम के तहत मामला दर्ज करें।

आईएमए ने प्रेस रिलीज में कहा है कि इस तरह के बिना सोचे-समझे बयान पढ़े-लिखे समाज और इन बयानों में आ जाने वाले अनपढ़ गरीब वर्ग के लिए खतरा हैं। आईएमए ने कहा है कि कोरोना की जंग में 1,200 से ज्यादा डॉक्टरों ने अपनी जान कुर्बान की है। बाबा रामदेव ने उन डॉक्टरों की मौत का अपमान किया है।

इतना ही नहीं आईएमए ने रामदेव पर निशाना साधते हुए कहा कि वे एक फार्मास्यूटिकल कंपनी के कॉरपोरेट व्यक्ति हैं और उन्होंने अपनी कंपनी के उत्पादों के बारे में समय-समय पर झूठ बोलकर जनता को बहकाया है। कोरोनिल और श्वासरी पर विवाद सभी को मालूम हैं।

उसने कहा, ”आईएमए मांग करती है और यह संकल्प लेती है कि अगर मंत्री (हर्षवर्धन) स्वत: संज्ञान कार्रवाई नहीं कर रहे हैं तो हमें आम आदमी के समक्ष सच्चाई लाने के संघर्ष के लिए लोकतांत्रिक माध्यमों का सहारा लेना पड़ेगा और न्याय पाने के लिए न्यायपालिका का दरवाजा खटखटाना पड़ेगा।”

Previous articleWar of words intensifies after Navjot Singh Sidhu dares Amarinder Singh to prove allegations on meeting Arvind Kejriwal to join AAP
Next article“My son was on duty, serving people when he lost his life”: Father of Delhi’s corona warrior Dr. Anas Mujahid after receiving Rs. 1 crore cheque from Arvind Kejriwal