दक्षिण भारत का प्रवेश द्वार कहे जाने वाले कर्नाटक में चुनावी बिगुल बजने के बाद ही भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह राज्य में धुआंधार प्रचार कर रहे हैं। लेकिन सबसे बड़ी मुसीबत बीजेपी के लिए हिंदी से कन्नड़ ट्रांसलेट करने वाले नेता बन गए हैं। कर्नाटक चुनाव के दौरान बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह के साथ एक के बाद एक हादसा हो रहा है।
File photo: NDTVपिछले दिनों पहले अमित शाह की जुबान फिसलना, फिर ट्रांसलेटर (अनुवादक) की गलती की वजह से उनकी किरकिरी हुई थी। अमित शाह ने मंगलवार (1 मई) को कर्नाटक के चिकमंगलूर और श्रृंगेरी में दो चुनावी रैलियां की। इन दोनों जगहों पर ट्रांसलेटरों की वजह से अमित शाह को शर्मिंदगी का सामना करना पड़ा।
दरअसल, अमित शाह बोल रहे थे कुछ और जबकि ट्रांसलेटर अनुवाद कर रहा था कुछ और। इससे नाराज अमित शाह भाषण के बीच में ही कई बार ट्रांसलेट करने शख्स पर नाराजगी व्यक्त करते हुए भी नजर आए। इस दौरान वहां मौजूद लोगों ने भी जमकर मजा लिया। इतना ही कई बार तो माइक्रोफोन भी काम करना बंद कर दिया।
अमित शाह मंगलवार को कर्नाटक के चिकमंगलूर में श्रींगेरी मठ गए। कर्नाटक में इस मठ का काफी महत्व है। खास बात ये है कि आदि शंकराचार्य द्वारा स्थापित मठों में श्रींगेरी एक प्रसिद्ध मठ है। जहां बीजेपी अध्यक्ष ने साधु-संतों से मुलाकात की और उनका आशीर्वाद लिया। बता दें कि कर्नाटक में 12 मई को चुनाव होने हैं और नतीजे 15 मई को आएंगे।
अपनी ही सरकार सरकार को बता दिया भ्रष्टाचार में नंबर-1
27 मार्च को कर्नाटक की सिद्धारमैया सरकार पर भ्रष्टाचार का आरोप लगाते-लगाते बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह की जुबान फिसल गई और उनकी जुबान से अपनी ही पिछली येदियुरप्पा सरकार के लिए आलोचना के स्वर निकल गए थे। जिस वजह से शाह को सोशल मीडिया पर ट्रोल होना पड़ा था। दरअसल, प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान अमित शाह सिद्धारमैया सरकार के भ्रष्टाचार को गिना रहे थे।
इस दौरान अमित शाह ने कहा कि, ‘अभी-अभी सुप्रीम कोर्ट के एक रिटायर्ड जज ने कहा कि भ्रष्टाचार के लिए अगर स्पर्धा कर ली जाए तो येदियुरप्पा सरकार को भ्रष्टाचार में नंबर वन का अवॉर्ड देना पड़ेगा।’ दरअसल बीजेपी अध्यक्ष मौजूदा मुख्यमंत्री के. सिद्धारमैया की आलोचना कर रहे थे और उनकी जुबान से अपने ही नेता और राज्य में बीजेपी के सीएम पद के उम्मीदवार बीएस येदियुरप्पा का नाम निकल गया।
इसके फौरन बाद अमित शाह के दाहिनी तरफ खुद बीएस येदियुरप्पा बैठे हुए थे। अमित शाह की जब जुबान फिसली तो उनकी बाईं तरफ बैठे एक नेता ने उनके कान में इस गलती के बारे में जानकारी दी। जिसके बाद शाह को भी इसका एहसास हुआ और उन्होंने फौरन अरे…कहते हुए कहा कि सिद्धारमैया सरकार को भ्रष्टाचार के लिए नंबर वन का अवॉर्ड देना पड़ेगा।
‘मोदी देश बर्बाद कर देंगे’
इसके अलावा कर्नाटक चुनाव के दौरान बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह के साथ एक के और हादसा हो गया था। दवनागिरी की रैली के दौरान शाह के भाषण का ट्रांसलेशन पार्टी सांसद प्रहलाद जोशी कर रहे थे और भाषण को को कन्नड़ में ट्रांसलेट करने में चूक कर गए। अमित शाह ने सिद्धारमैया सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि, ‘सिद्धारमैया सरकार कर्नाटक का विकास नहीं कर सकती। आप मोदी जी पर विश्वास करके येदुरप्पा को वोट दीजिये। हम कर्नाटक को देश का नंबर वन राज्य बनाकर दिखाएंगे।’
लेकिन उनको शर्मिंदगी तब झेलनी पड़ी जब धारवाड़ से बीजेपी सांसद प्रह्लाद जोशी ने इसे कन्नड़ में ट्रांसलेट किया और गलती से उन्होंने कहा, ‘प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी गरीब, दलित और पिछड़ों के लिए कुछ भी नहीं करेंगे। वो देश को बर्बाद कर देंगे। आप उन्हें वोट दीजिये।’ इसी तरह के वाकये उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की हुबली रैली में भी हुए थे। यही नहीं, गृहमंत्री राजनाथ सिंह की दिसंबर में हुई रैली में भी कई लोग हिंदी नहीं समझ पाए थे।