पूर्व भारतीय क्रिकेट कप्तान, मैनेजर और मुख्य चयनकर्ता अजित वाडेकर का बुधवार को मुंबई में देहांत हो गया। वो 77 साल के थे।
वाडेकर भारत के उन गिने चुने महँ खिलाडियों में से एक थे जिन्होंने अपने करियर के दौरान कप्तान, टीम मैनेजर और मुख्य चयनकर्ता की भूमिका निभायी थी। उन्हें खेल की दुनिया का सब से महँ पुरस्कार अर्जुन अवार्ड और पद्मश्री से नवाज़ा गया था।
सत्तर के दशक में वाडेकर वेस्ट इंडीज और इंग्लैंड में दोनों ही टीमों को हारने वाले पहले भारतीय कप्तान थे। ये वो दौर था जब वेस्ट इंडीज विश्व की सबसे शक्तिशाली टीम मानी जाती थी। उनकी टीम में शामिल खिलाडियों में सुनील गावस्कर, गुंडप्पा विश्वनाथ, फारूख इंजीनियर, बिशन सिंह बेदी, प्रसन्ना और भगवत चंद्रशेखर जैसे महँ खिलाड़ी थे।
नव्वे के दशक में वो भारतीय टीम के मैनेजर भी रहे। ये वो दौर था भारतीय टीम की कमान मोहम्मद अज़हरुद्दीन के हाथों में थी।
वाडेकर की मौत पर शोक व्यक्त करते हुए केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने लिखा, “पूर्व क्रिकेटर अजीत वाडेकर के प्रति मेरी दिल से संवेदना। भगवन उनकी आत्मा को शान्ति दे। ”
मशहूर क्रिकेट कमेंटेटर हर्षा भोगले ने ट्वीट कर लिखा, “वैसे तो अजित वाडेकर से जुडी कई यादें हैं लेकिन 1971 में वेस्ट इंडीज और इंग्लैंड के खिलाफ सीरीज में विजय सबसे अहम् है। वो हमारी यादों और भारतीय क्रिकेट के इतिहास का हमेशा अहम् हिस्सा रहेंगे। ”