बिहार विधानसभा चुनाव परिणाम को लेकर पार्टी हाईकमान पर कपिल सिब्बल के बयान के बाद कई वरिष्ठ कांग्रेस नेता नेतृत्व का बचाव करने में जुट गए हैं। कई लोगों ने सिब्बल के सार्वजनिक बयान की खुल कर आलोचना की। वहीं, मंगलवार सुबह से ट्विटर पर भी #MyLeaderRahulGandhi ट्रेंड हो रहा है। इस हैशटैग के साथ कई स्थानिय कांग्रेस नेता व समर्थक ट्वीट कर अपनी प्रतिक्रियाएं दे रहे हैं।
हरियाणा कांग्रेस के नेता कैप्टन अजय सिंह यादव ने कपिल सिब्बल पर हमला करते हुए कहा कि सिब्बल तो अपनी लोकसभा सीट तक नहीं जीत सकते। यादव ने हार के लिए राहुल गांधी को दोषी ठहराने के लिए राष्ट्रीय जनता दल के नेता शिवानंद तिवारी पर भी निशाना साधा।
राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा, चुनाव में हार के कई कारण होते हैं। लेकिन हर बार कांग्रेस नेताओं ने पार्टी नेतृत्व में दृढ़ विश्वास दिखाया है और इसीलिए हर संकट के बाद हम इससे मजबूत होकर उभरे। उन्होंने कहा, कपिल सिब्बल को मीडिया में पार्टी के आंतरिक मुद्दे को उछालने की कोई जरूरत नहीं थी, इससे देश भर में पार्टी कार्यकतार्ओं की भावनाओं को ठेस पहुंची है।
गहलोत ने कहा कि कांग्रेस एकमात्र ऐसी पार्टी है जो इस राष्ट्र को एकजुट रख सकती है और इसे व्यापक विकास के रास्ते पर आगे ले जा सकती है। हमने हर संकट में सुधार किया है और 2004 में सोनिया गांधी के कुशल नेतृत्व में यूपीए सरकार का गठन किया। हम इस समय को भी दूर करेंगे। वहीं, पार्टी के प्रवक्ता पवन खेरा ने कहा कि राहुल गांधी एक विचारधारा के लिए लड़ रहे हैं।
दिल्ली प्रदेश कांग्रेस कमेटी (डीपीसीसी) के अध्यक्ष अनिल चौधरी ने सिब्बल पर कटाक्ष किया है कि लड़ना है तो मोदी और केजरीवाल से लड़िए। उन्होंने ट्वीट किया, ‘सिब्बल जी, दिल्ली देश की राजधानी है। आप यहां से सांसद रहे, मंत्री रहे। पिछले कुछ समय से आप दिल्ली की राजनीति में सक्रिय नहीं हैं। आइए मिलकर दिल्ली में मोदी और केजरीवाल से लड़ते हैं। आप वरिष्ठ नेता हैं। डीपीसीसी में आप किसी भी समय आएं, हमें दिल्ली की लड़ाई के लिए गाइड करें। मैं चाहूंगा कि आप रोज अपना कुछ समय डीपीसीसी में बिताएं। आप जिस भी विभाग में, जिस भी पद पर काम करना चाहें, ये हमारा सौभाग्य होगा।’
वहीं, मंगलवार सुबह से ट्विटर पर भी #MyLeaderRahulGandhi ट्रेंड हो रहा है। इस हैशटैग के साथ कई स्थानिय कांग्रेस नेता व समर्थक ट्वीट कर अपनी प्रतिक्रियाएं दे रहे हैं। इसके साथ ही वह सिब्बल पर तंज भी कस रहे हैं।
देखें कुछ ऐसे ही ट्वीट:
One Man who never lied in Indian Politics.#MyLeaderRahulGandhi ❤️ pic.twitter.com/34pXnzDQBo
— Srinivas B V (@srinivasiyc) November 17, 2020
My leader is Rahul Gandhi, now & always. #MyLeaderRahulGandhi
— Saral Patel (@SaralPatel) November 17, 2020
It's only @RahulGandhi who continues to fight the divisive agenda of the RSS. Others have given up and taken refuge under RSS's politics in one way or the other. This is why they continue to attack the Congress leadership. #MyLeaderRahulGandhi pic.twitter.com/cGXQOmYpxh
— ?????? ?????? (@GauravPandhi) November 17, 2020
RG doesn't need anyone's certificate. He has truth. He has courage. And that's sufficient. The whole nation is seeing how he's fighting as a one man army against fascists. Like Indira ji he will succeed! #MyLeaderRahulGandhi pic.twitter.com/clQj2lCRun
— Salman Nizami (@SalmanNizami_) November 17, 2020
Hope
Truth
Equality
Help
Brotherhood
Unity in diversity #MyLeaderRahulGandhi pic.twitter.com/kTl7fWiNLd— Neeraj Kundan (@Neerajkundan) November 17, 2020
A leader who has always fought for the poor , for the youth, for the women , for the farmers and for the common man ! #MyLeaderRahulGandhi
— Rohan Gupta (@rohanrgupta) November 17, 2020
2004 – 2014 : UPA in power
▶@RahulGandhi rejected the opportunity he had to take the PM post
▶Did not accept any ministry position
▶Worked hard to strengthen the party by supporting the young leadership and accepted the Gandhian way of leading the nation#MyLeaderRahulGandhi pic.twitter.com/pstJXtJZ0I— RG✋ (@RGforpeople) November 17, 2020
बता दें कि, सिब्बल पार्टी के उन 23 नेताओं में से एक हैं, जिन्होंने अगस्त में पार्टी नेतृत्व को विरोध पत्र लिखा था। इसको लेकर पार्टी के भीतर काफी घमासान मचा था। हालांकि, इसके बावजूद कांग्रेस में कोई बदलाव नहीं दिखा, बल्कि पत्र लिखने वाले नेताओं का कद कम कर दिया गया। सिब्बल ने कहा कि वो बोलने के लिए सार्वजनिक रूप से मजबूर थे क्योंकि पार्टी के मुद्दों पर चर्चा करने के लिए कोई मंच नहीं है। उन्होंने ये भी कहा था कि कांग्रेस को चुनावों का प्रबंधन करने के लिए कुशल और वरिष्ठ नेताओं की आवश्यकता है।
उनके बयान, जो बिहार विधानसभा चुनावों में पार्टी के निराशाजनक प्रदर्शन के साथ-साथ विभिन्न राज्यों में उपचुनावों में हार के मद्देनजर आए थे, को राहुल गांधी की टीम पर एक स्पष्ट हमले के रूप में देखा जा रहा है, जिनकी टीम चुनाव प्रक्रिया में शामिल थी। सिब्बल ने इस पर भी नाराजगी जताई कि पार्टी के किसी भी वरिष्ठ नेता ने बिहार के नतीजों पर बात नहीं की। (इंपुट: आईएएनएस के साथ)