“सबसे बड़ा घोटाला तो ये है कि कैसे CAG, संघ और मीडिया ने मिल कर एक काल्पनिक 2G घोटाला रच दिया था!!”

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गुरुवार (21 दिसंबर) को सीबीआई की स्पेशल कोर्ट ने टू-जी स्पेक्ट्रम आवंटन घोटाला मामले में पूर्व दूरसंचार मंत्री ए राजा और DMK सांसद कनिमोझी और कई अन्य पर अहम फैसला सुनाया। पटियाला हाउस की स्पेशल सीबीआई कोर्ट ने ए राजा और कनिमोझी समेत सभी आरोपियों को बरी कर दिया है।

आरोपियों के बरी होते ही कोर्ट के बाहर लगे समर्थकों में जोश की लहर दौड़ पड़ी, सभी समर्थकों के बीच लड्डू और मिठाईयां बांटी जाने लगी। आपको बता दे कि तीनों केसों में आरोपियों को बरी किया गया है। आरोपियों के वकील विजय अग्रवाल ने कहा कि जज साहब ने सबूतों के अभाव में मेरे क्लांइट को तीनों मामलों में बरी कर दिया गया है, इस केस में कहीं भी कुछ नहीं था। इसके बाद सोशल मीडिया पर लोगों ने जमकर इस केस के खिलाफ बोलने वालों के लिए लिखा।

https://twitter.com/RoflCritic/status/943758722018562048

https://twitter.com/SirArunShourie/status/943757502495313922

इस मामले में पूर्व वित्त मंत्री और कांग्रेस नेता पी चिदम्बरम ने कहा कि ऐसा कोई घोटाला हुआ ही नहीं था इसलिए पाटियाला हाउस कोर्ट ने अपना सही फैसला सुनाते हुए बरी का आदेश दिया है।

वहीं, कांग्रेस सांसद शशि थरूर ने कहा कि, कोर्ट ने साफ तौर पर पाया कि गलत लोगों को फंसाया गया है। कानून ने ठीक उसी तरह से काम किया है जैसा हम उससे उम्मीद करते हैं।

कांग्रेस नेता कपिल सिब्बल ने कहा कि, विनोद राय को देश के सामने माफी मांगनी चाहिए। मैं कभी यू टर्न नहीं लेता। कोई घोटाला नहीं हुआ था और कोई नुकसान नहीं हुआ था।

पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह ने कहा कि, हम कोर्ट के फैसले का सम्मान करते हैं, मेरे खिलाफ लगाए गए आरोप निराधार साबित हुए हैं।

वहीं पटियाला हाउस कोर्ट के इस फैसले पर भ्रष्टाचार के खिलाफ आवाज उठाने वाले सामाजिक कार्यकर्ता अन्ना हजारे ने कहा कि, अगर सरकार के पास पुख्ता सबूत हैं तो उसे मामले को हाई कोर्ट में ले जाना चाहिए।

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