कुछ दिनों पहले ऑक्सफर्ड यूनियन में आयोजित डिबेट में शिरकत करने पहुचें लोकसभा सांसद शशि थरूर ने अपने चिर-परिचित अंदाज़ में वहाँ दिया भाषण हर किसी को पसंद आ रहा है। इस आयोजन में चर्चा का विषय था- ‘क्या ब्रिटेन को 200 साल तक किए गए अपने कुकर्मों के लिए भारत को मुआवज़ा देना चाहिए।’ इस डिबेट में थरूर ने अपने ही अंदाज में शानदार तर्क प्रस्तुत किये| शशि थरूर के डिबेट का ये विडियो इंटरनेट पर वायरल हो गया है। फेसबुक और यूट्यूब पर यह विडियो खूब पसंद किया जा रहा है| अकेले यूट्यूब पर इस विडियो को चार लाख से ज्यादा लोगों देख चुके है।
भले ही भारत को ब्रिटेन के शासन से मुक्त हुए छह दशक से ज्यादा वक्त गुजर चुका हो, लेकिन आज भी ब्रिटिश राज की वजह से भारत के आर्थिक और सामाजिक ताने-बाने का बहुत नुकसान हुआ है| ब्रिटिश राज का असर भारत आज भी झेल रहा है।
संयुक्त राष्ट्र में पूर्व अंडर सेक्रटरी जनरल रहे थरूर लेखक होने के साथ साथ अंग्रेजी के एक अच्छे वक्ता भी है। उन्होंने इस बहस में अपने तर्कों को बहुत ही मजबूती और सबूतों के साथ रखा। लंबे भाषण और फिजूल बातें न करते हुए उन्होंने सिर्फ तर्क प्रस्तुत किए। उन्होंने अपने गंभीर भाषण में कई जगह अंग्रेजी प्रथाओं पर कटाक्ष भी किए।
एक मौके पर उन्होंने कहा, “ब्रिटिश शासन का सूर्य कभी अस्त नहीं हो सकता, क्योंकि अंधेरे में भगवान भी इंग्लिश पर भरोसा नहीं कर सकता”| थरूर ने ब्रिटेन को उसी तरह जवाब दिया, जिस तरह अंग्रेजों ने भारत का अधिकतम फायदा उठाया। 19वीं सदी के अंत तक भारत ब्रिटेन की कमाई का सबसे बड़ा जरिया बन गया था। शशि ने कहा, “हमने अपने उत्पीड़न की कीमत चुकाई”|
वैसे अपने 200 साल के औपनिवेश शासनकाल में किए गए अपने कुकर्मों के लिए ब्रिटेन को क्यों मुआवजा चुकाना चाहिए|
यह आप शशि थरूर के भाषण के इस विडियो में सुन सकते हैं।