दिल्ली विश्वविद्यालय की छात्राओं ने ‘पिंजरा तोड़’ नाम की मुहिम शुरू की है । ‘पिंजरा तोड़’ दिल्ली विश्वविद्यालय के होस्टलो के सख्त नियम-कानून के विरुद्ध एक अभियान है ।
डीयू की सुभाषिनी श्रिया जो की इस अभियान की सह संस्थापक हैं उनका कहना है कि यूनिवर्सिटी के नियम-कानून रूढ़िवादी तौर तरीके से बने हुऐं हैं जिनसे हम जैसी ‘परिपक्व लड़कियों’ के निजी अधिकारों पर पहरा डालने जैसा है ।
दिल्ली महिला कमीशन की प्रमुख स्वाति मालीवाल ने भी इन लड़कियों के अभियान में इनका साथ देने का वादा किया है ।
मुहिम की शुरुआत की वजह जामिया यूनिवर्सिटी का लड़कियों के हॉस्टल में दिया गया नोटिस जिसमें छात्राओं के ‘नाइटआउट’ पर पाबंदी लगा दी गई थी । बाद में डीसीडब्लू के कारण बताओ नोटिस जारी करने के बाद इस पाबंदी लगाने वाली नोटिस पर रोक लगा दी गयी।
इस मुहिम में स्त्रीवादी पूर्वाग्रही हैं जो की चाहती हैं कि सरकार महिलाओं के प्रति होने वाली घटनाओं पर रोक लगाएं न कि उनके अधिकारों पर ।
इस अभियान का नारा है- I am out tonight.