मंगलवार की रात को पूर्व सिपाही राम किशन ग्रेवाल जो जंतर-मंतर पर आत्महत्या कर ली। वह लम्बें समय से ओआरओपी की पेंशन स्कीम को लेकर धरने पर थे। 70 वर्षीय राम किशन ग्रेवाल ज़हर खाकर आत्महत्या की लेकिन ज़हर खाने के कुछ देर बाद ही उन्होंने अपने बेटे से फोन पर बात की।
सिपाही राम किशन ग्रेवाल के आखिरी फोन काॅल के बेहद झकझोर देने वाली है। एक पिता-पुत्र का आखिरी संवाद जिसमें पिता न्याय के लिए लड़ते हुए प्राण देने की बात कर रहा है।
फोन काॅल पर राम किशन ग्रेवाल बताते है कि किस प्रकार से सरकार अपने दमनकारी प्रयासों से सशस्त्र बलों के साथ उनके सहयोगियों को नीचा दिखाने का प्रयास कर रही हैं।
अपने इस आखिरी फोन काॅल में अपने बेटे प्रवीन से रामकिशन कहते है कि प्रवीन मैंने ज़हर खा लिया है। तू हिम्मत रखियों, जब उनका बेटा पुछता है कि आपने ऐसा क्यों किया तब वह इसकी वजह बताते हुए कहते है कि हमारे साथ में अनर्थ हो रहा है, हमारे जवानों के साथ न्याय नहीं हुआ है। मुझे तो ये लड़ाई लड़नी थी, अब आगे ये जवान जाने। इसके बात रामकिशन कहते है कि तु अब अपनी मां से मेरी बात करा।
बेहद झकझोर देने वाला और आत्महत्या की वजह को जाहिर करने वाले इस आॅडियो से केन्द्र सरकार की नींद नहीं खुलने वाली। बल्कि सरकार का प्रयास ऐसी सभी आवाज़ों को कुचल देना चाहिए। इसलिये मोदी के मंत्री जनरल वीके सिंह ने मृत फौजी के मानसिक संतुलन पर सवाल उठाया। जनरल वीके सिंह खुद एक फौजी रह चुके है, क्या इस बात से संहमत हुआ जा सकता है कि वह शहिदों की कुबार्नियों को समझने का मर्म रखते है।
देखिये #OROP मामले में सूबेदार राम किशन ग्रेवाल का आत्महत्या से पहले का ऑडियो आया सामने#InsecureModi
pic.twitter.com/mKuYIVU8na— Ashok Kumar Gehlot (@SimplyAshokKr) November 2, 2016