केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण मंत्री अरुण जेटली ने मंगलवार को कहा कि अगर एफटीआईआई के विद्यार्थी आगामी भारतीय अंर्तराष्ट्रीय फिल्म महोत्सव (आईएफएफआई) में विरोध प्रदर्शन करते हैं तो यह ठीक नहीं होगा।
इस बार के फिल्म महोत्सव का उद्घाटन अभिनेता अनिल कपूर करेंगे, अरुण जेटली ने इस बात की घोषणा की है ।
आईएफएफआई गोवा में आयोजित होने वाला एक प्रतिष्ठित वार्षिक महोत्सव है।
गौरतलब है कि भारतीय फिल्म और टेलीविजन संस्थान (एफटीआईआई) के अध्यक्ष के रूप में गजेंद्र चौहान की नियुक्ति के विरोध में शुरू हुई 139 दिनों की हड़ताल विद्यार्थियों ने समाप्त कर दी है।
इस हड़ताल में कई फिल्मकारों ने भी विद्यार्थियों का समर्थन किया। विद्यार्थियों ने आईएफएफआई के आसपास बड़ी योजना का संकेत दिया है, जो 20 नवंबर से गोवा में शुरू होगा।
यहां मंगलवार को आईएफएफआई के लिए आयोजित संवाददाता सम्मेलन में जेटली ने कहा, “मुझे कोई कारण नहीं दिखता कि कोई क्यों भारत में अंर्तराष्ट्रीय कार्यक्रम को अशांत करने की कोशिश कर रहा है। यह सही नहीं है।”
रपटों के अनुसार, फिल्म फेडरेशन ऑफ इंडिया (भारतीय फिल्म निर्माताओं, वितरकों, प्रदर्शकों और स्टूडियो मालिकों के शीर्ष संगठन) और फेडरेशन ऑफ वेस्टर्न इंडिया सिने इम्प्लाईज (फिल्मोद्योग के श्रमिकों का मुंबई स्थित यूनियन) ने संयुक्त रूप से तय किया है कि वे आईएफएफआई में हिस्सा नहीं लेंगे।
दोनों संगठनों ने यह कदम उनके साथ हो रहे सौतेले व्यवहार के विरोध में और पुरस्कार लौटा चुके फिल्मकारों और लेखकों के समर्थन में उठाया है।
जेटली का मानना है कि जब देश में शांति का वातावरण है, तो फिर पुरस्कार लौटाने का क्या औचित्य है?
उन्होंने कहा, “असहिष्णुता कहां है? हम दुनिया में सबसे जीवंत लोकतंत्र हैं और सभी को बोलने का अधिकार है।”
जेटली ने वस्तुओं की कीमतों में वृद्धि पर भी मीडिया से बात की। उन्होंने कहा कि जब कांग्रेस सत्ता में थी, तो मुद्रास्फीति 12 प्रतिशत के स्तर पर थी और और अब यह 4.5 प्रतिशत है।