एनएसए लेवल की बैठक कल होने वाली है, यानी की 23 अगस्त को। इसी क्रम में ‘जनता का रिपोर्टर’ ने जम्मू-कश्मीर के अलगाववादी नेता और जेकेएलएफ के प्रमुख यसीन मलिक का एक्सक्लुसिव इंटरव्यू लिया जिसे आप नीचे दिए गए लिंक पर क्लिक कर देख सकते हैं।
इस इंटरव्यू में मलिक ने कहा है कि पिछले 21 सालों से पाकिस्तान से जो भी अधिकारी चाहे वह प्रधानमंत्री हों, राष्ट्रपति हों, विदेश मंत्री हों, विदेश सचिव हों या फिर कोई और जो भी भारत आते हैं तो घाटी के नेताअं से बात-चीत करते हैं। और उन्होंने प्रश्न उठाया है कि क्या पिछले 21 सालों की सरकारों ने गलत फैसला लिया है ?
यसीन ने मोदी सरकार पर आरोप लगाया है कि जब से मोदी की सरकार बनी है वह हर मुद्दे को बल पूर्वक हल करना चाहती है। लेकिन किसी भी काम को बातचीत से सुलझाया जा सकता है और यह बातचीत भी होनी चाहिए। साथ ही यह भी कहा कि मोदी सरकार ऐसा कर करने में लगी हुई है जो कि घाटी के युवाओं को हथियार उठाने पर मजबूर कर रही है।
मलिक ने यह भी कहा कि कश्मीर का मुद्दा तो हो ही लेकिन बाकी के और मुद्दे पर अगर बातचीत भारत और पाकिस्तान सरकारा के बीच किया जाता है तो मैं उसमें किसी भी तरह का हस्तक्षेप नहीं करूंगाऔर ना ही मुक्षे इसका हक है। लेकिन मसले का हल बातचीत से ही होता है और यह बातचीत होनी चाहिए।