हाई लेवल ड्रामा के बाद गत 23 अगस्त को भारत-पाकिस्तान के बीच होने वाली एनएसए लेवल की बैठक रद्द हो गई। लेकिन इसे लेकर अभी भी बयानबाजी चल ही रही है। और यह बयान अब जम्मू कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री व पूर्व केंद्रीय मंत्री फारुक अब्दुल्ला ने दिया है।
अब्दुल्ला ने यह बयान पाकिस्तान के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार सरताज अजीज के ऊपर दिया है, जिसमें अजीज ने कहा था कि मोदी का भारत इस प्रकार व्यवहार करता है कि मानो वे क्षेत्रीय महाशक्ति हैं, लेकिन हम भी एक परमाणु हथियार संपन्न देश हैं और हम जानते हैं कि खुद की रक्षा कैसे करनी है।
एक अंग्रेजी अखबार से बातचीत में अब्दुल्ला ने कहा, ‘जब एक सीनियर डिप्लोमेट और पूर्व विदेश मंत्री परमाणु हथियारों की बात करता है तो इससे सनकीपन दिखाई देता है। क्या मैं सरताज अजीज को हिरोशिमा और नागासाकी याद दिला सकता हूं ? वहां कितने हजारों लोग मारे गए, वहां एक इंच घास भी नहीं उगती। क्या सरताज अजीज यही चाहते हैं? क्या वो जम्मू कश्मीर को बम से उड़ाना चाहते हैं?”
साथ ही अब्दुल्ला ने बात ही बात में अजीज को चेतावनी भी दे डाली और कहा कि भारत के पास भी बम है और हम भी अपने वतन की रक्षा करने में समर्थ हैं। लेकिन वाजपेयी की बातों को याद दिलाते हुए कहा कि अटलजी ने कहा था कि हम इसे इस्तेमाल करने वाले पहले नहीं होंगे, और यह सिर्फ इसीलिए है कि लोग हमें अन्यथा न लें। साथ ही अब्दुल्ला ने अजीज को सीख देते हुए कहा कि सरताज अजीज को बम के बारे में बात करने से बचना चाहिए क्योंकि इससे निर्दोष भी मारे जाएंगे। और इतना ही नहीं अब्दुल्ला ने यह भी पूछ लिया कि क्या अगर बम गिरा तो आप नहीं मारे जाओगे ? इसलिए ऐसी बातें करने से अजीज साहब को बचना चाहिए।