केंद्रीय कृषि मंत्री राधामोहन सिंह और खाद्य आपूर्ति एवं उपभोक्ता मामले के मंत्री रामविलास पासवान ने यहां मंगलवार को दाल की कीमतें बढ़ने का ठीकरा बिहार सरकार पर फोड़ा। तुरंत पलटवार करते हुए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने सवाल किया किअगर इसमें बिहार सरकार दोषी है तो अन्य राज्यों में दाल की कीमतें क्यों बढ़ीं? देश में बेहिसाब बढ़ती महंगाई से पल्ला झाड़ते हुए दोनों केंद्रीय मंत्रियों ने पटना में एक संवाददाता सम्मेलन में कहा कि राज्य सरकार ने दाल की कीमत में वृद्धि की संभावना से पहले न कोई जरूरी कदम उठाया और न अब मूल्य नियंत्रण के लिए ही कोई कार्रवाई कर रही है।
केंद्रीय कृषि मंत्री राधामोहन ने कहा कि दाल की कीमत बढ़ने के लिए पूरी तरह से राज्य सरकार जिम्मेवार है। उन्होंने यह भी दावा किया कि पिछले तीन वर्षो में बिहार में दाल का उत्पादन घटा है।
उन्होंने कहा, “कृषि मंत्रालय और खाद्य आपूर्ति विभाग ने राज्य सरकार को दाल मूल्य में वृद्धि की आशंका को देखते हुए छह पत्र लिखे, लेकिन बिहार सरकार ने कोई जवाब नहीं दिया।”
राधामोहन ने कहा कि केंद्र सरकार ने आलू, प्याज और दाल की कीमतों को नियंत्रित करने में राज्य सरकार को हरसंभव मदद देने की बात कही है। केंद्रीय सहायता दिए जाने के बाद भी पिछले तीन वर्षो से राज्य में दाल का उत्पादन कम हो रहा है।
महंगाई घटाने का वादा कर सत्ता में आए नरेंद्र मोदी के मंत्री रामविलास पासवान ने भी कहा कि कि खाद्य आपूर्ति एवं उपभोक्ता मंत्रालय द्वारा राज्य सरकार को चार पत्र लिखे गए हैं, लेकिन राज्य सरकार ने किसी भी पत्र का जवाब नहीं भेजा। उन्होंने कहा कि जमाखोरी रोकने के लिए बिहार सरकार ने कोई ठोस कदम नहीं उठाया।
चुनावी मौसम में केंद्रीय खाद्य आपूर्ति मंत्री पूरी तरह पल्ला झाड़ लेने में ही अपनी भलाई समझा रहे हैं। पासवान ने कहा, “राज्य सरकार न तो आयातित दाल सस्ते दाम पर खरीद कर जनता को मुहैया करा रही है और न ही जमाखोरों पर कारवाई कर रही है।”
उन्होंने आरोप लगाया कि दाल की बढ़ी कीमतों को लेकर राज्य सरकार केवल दोषारोपण कर रही है और जानबूझ कर केंद्र सरकार को बदनाम कर रही है। पासवान ने कहा कि आज दिल्ली में दाल 120 रुपये प्रतिकिलो बिक रही है।
केंद्र के दोनों मंत्रियों के ठीकरे का जवाब मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने नालंदा जिले में एक चुनावी सभा में दिया। उन्होंने कहा, “केंद्र सरकार हर मामले में पूरी तरह असफल हो गई है, इसलिए दोष राज्य सरकारों पर मढ़ रही है। अगर राज्य सरकार के कारण बिहार में दाल की कीमतें बढ़ गईं तो इन दोनों मंत्रियों को यह बताना चाहिए कि गुजरात और मध्य प्रदेश में दाल की कीमतें क्यों बढ़ी।”
महंगाई दूर कर अच्छे दिन लाने का वादा कर सत्ता में आए नरेंद्र मोदी के मंत्रियों ने बढ़ती महंगाई के लिए राज्य सरकार को जिम्मेदार ठहराकर लगे हाथ यह संकेत भी दे दिया है कि हाल-फिलहाल महंगाई घटने वाली नहीं है, और यह केंद्र सरकार के वश से बाहर की बात हो गई है।