इस समय देश की सबसे बड़ी जांच एजेंसी केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) खुद सवालों के घेरे में आ गई है। सीबीआई के दो सीनियर अधिकारी एक दूसरे के ऊपर भ्रष्टाचार के गंभीर आरोप लगाए हैं। सीबीआई में आतंरिक कलह के मद्देनजर मोदी सरकार ने अभूतपूर्व कदम उठाते हुए सीबीआई निदेशक आलोक वर्मा और विशेष निदेशक राकेश अस्थाना को छुट्टी पर भेज दिया है। वहीं संयुक्त निदेशक एम नागेश्वर राव को तत्काल प्रभाव से अंतरिम निदेशक नियुक्त कर दिया है। ओडिशा कैडर के 1986 बैच के आईपीएस अधिकारी राव ने मंगलवार रात ही पदभार संभाल लिया।
सीबीआई निदेशक आलोक वर्मा को पद से हटाए जाने को लेकर विपक्षी दलों ने बुधवार को सरकार पर तीखा हमला बोला। कांग्रेस ने आरोप लगाया कि यह फैसला “राफेल फोबिया” के कारण लिया गया क्योंकि वह (आलोक वर्मा) राफेल विमान सौदे से जुड़े कागजात एकत्र कर रहे थे। कांग्रेस ने सीबीआई के निदेशक को छुट्टी पर भेजे जाने को एजेंसी की स्वतंत्रता खत्म करने की अंतिम कवायद बताया है। उधर, केन्द्र सरकार ने इस कार्रवाई का बचाव करते हुये इसे ‘अपरिहार्य’ बताया। सरकार ने दलील दी है कि सीबीआई के संस्थागत स्वरूप को बरकरार रखने के लिये यह कार्रवाई जरूरी थी।
इसी बीच, राष्ट्रीय जनता दल(राजद) के नेता व बिहार के पूर्व उप-मुख्यमंत्री तेजस्वी प्रसाद यादव ने गुरुवार(25 अक्टूबर) को ट्वीट कर पीएम मोदी पर निशाना साधते हुए लिखा, “देश में अघोषित आपातकाल है। अब रात के काले घने अंधेरे में मोदी जी अपना गुजरात वाला खेल खेलने लग गए है। संविधान की धज्जियाँ उड़ाई जा रही है। संविधान बचाओ न्याय यात्रा के क्रम में बेतिया में जुटे भारी जनसमूह का आशीर्वाद मिला।”
वहीं एक अन्य ट्वीट में तेजस्वी ने लिखा, “मोदी सरकार हर मोर्चे पर विफल है। बेरोज़गारी, महँगाई, भ्रष्टाचार चरम पर है। काम-धंधा, व्यापार और विकास ठप्प है। युवा आक्रोशित है। नोटबंदी और जीएसटी ने बैकफ़ायर किया तो विपक्षियों पर केस और उनके घर अपने भ्रष्टतम सहयोगी अधिकारियों से छापेमारी करवाई।”
एक अन्य ट्वीट में तेजस्वी ने लिखा, “विपक्षी नेताओं के चरित्रहनन और घर पर छापेमारी से मोदी जी का पेट नहीं भरा तो अब CBI से CBI के मुख्यालय पर ही छापा डलवा दिया। CBI को RAW से और IB से CBI को भिड़वा दिया। शर्मनाक तरीके से देश की एजेंसियां नंगा नाच कर रही है। PMO डरा-धमका व ख़ौफ़ फैलाकर वसूली करने का अड्डा बन गया है।”
विपक्षी नेताओं के चरित्रहनन और घर पर छापेमारी से मोदी जी का पेट नहीं भरा तो अब CBI से CBI के मुख्यालय पर ही छापा डलवा दिया।CBI को RAW से और IB से CBI को भिड़वा दिया।
शर्मनाक तरीके से देश की एजेंसियां नंगा नाच कर रही है। PMO डरा-धमका व ख़ौफ़ फैलाकर वसूली करने का अड्डा बन गया है।
— Tejashwi Yadav (@yadavtejashwi) October 25, 2018
बता दें कि सीबीआई पर मोदी सरकार के अभूतपूर्व फैसले को लेकर बीजेपी नेता और राज्यसभा सांसद सुब्रमण्यम स्वामी ने अपने ही सरकार पर निशाना साधा है। स्वामी ने सनसनीखेज दावा करते हुए चौंकाने वाला बयान दिया। बीजेपी सांसद ने कहा है कि सीबीआई के बाद अगला नंबर प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के अधिकारियों का होगा और अगर ऐसा होता है तो मेरी भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ाई खत्म हो जाएगी क्योंकि मेरी सरकार भ्रष्टाचारियों को बचाने का काम कर रही है।
स्वामी ने ट्वीट कर कहा, ”सीबीआई में कत्लेआम के खिलाड़ी अब ईडी (प्रवर्तन निदेशालय) के अधिकारी राजेश्वर सिंह का निलंबन करने जा रहे हैं ताकि पीसी के खिलाफ आरोपपत्र दाखिल ना हो। अगर ऐसा हुआ तो भ्रष्टाचार से लड़ने की कोई वजह नहीं है, क्योंकि मेरी ही सरकार लोगों को बचा रही है। ऐसे में मैंने भ्रष्टाचार के खिलाफ जितने मुकदमे दायर किए हैं सब वापस ले लूंगा।”